Stop Wasteful Spending : फिजूल खर्च पर रोक लगाने के लिए आदिवासियों के निर्णय

डीजे, विदेश शराब एवं देजा (दापा) कम करने का निर्णय, अवहेलना करने पर दंड

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Stop Wasteful Spending : फिजूल खर्च पर रोक लगाने के लिए आदिवासियों के निर्णय

अलीराजपुर से अनिल तंवर की रिपोर्ट 

अलीराजपुर : आदिवासी समाज सुधार मंच एवं जागरूक नागरिक स्थानीय गांव का शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं आदिवासी कर्मचारी-अधिकारी संगठन (आकास) के जिला अध्यक्ष भंगु सिंह तोमर के आह्वान पर उनकी अगुवाई में सिलोटा क्षेत्र के ग्राम बिलझरी में गांव के पटेल हजारिया दादा, ग्राम सभा अध्यक्ष डुमसिंह पटेल, सरपंच प्रतिनिधि अन्ना डोडवा, जनपद सदस्य कंजारिया चौहान, उप सरपंच ओमप्रकाश, गांव पुजारा, कोटवाल एवं गांव के वरिष्ठ गणमान्य नागरिक, वरिष्ठ शिक्षित एवं जागरूक युवाओं की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक मुख्यतः अलीराजपुर जिले सहित ग्राम बिलझरी एवं आस-पास के क्षेत्रों में आदिवासी समाज में बढ़ते दहेज/देजा (दापा), विदेशी शराब, डीजे तथा अनावश्यक भारी भरकम खर्चों पर नियंत्रण किये जाने के संबंध में रखी गई थी। उपस्थित ग्रामीण आदिवासी समाज जनों को संबोधित करते हुए भंगुसिंह तोमर ने विभिन्न सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलुओं पर विस्तृत जानकारी देकर पूर्व में ग्राम चिखोड़ा, रोशिया एवं कुण्डवाट क्षेत्रों में समाज हित में लिए गए निर्णयों से अवगत करवाया गया। जिसका सभी ने समर्थन करते हुए, ग्राम बिलझरी में भी लागू करने के लिए सभी ने सर्वसहमति देकर गांव हित में अहम निर्णय लिये गये हैं।

नियंत्रण करने के लिए निम्न निर्णय पारित किए गए 

(1) आदिवासी परम्परा,रीति रिवाजों एवं संस्कृति की सुरक्षा हेतु उसका संवर्धन किया जाए।

(2) समाज की रूढ़िगत परंपरा एवं रीति रिवाजों को बचाने के लिए परंपरागत रिवाजों का निर्वहन किया जाएगा।

(3) होली का डांडा गाड़ने से होली तक कोई भी मांगलिक कार्यक्रम आयोजित नही करने पर चर्चा कर चिंता जाहिर की गई है।

(4) देजा के रूप में 52,575 रुपये तथा घर परिवार तथा रिश्तेदार के बिना मर्जी पर भाग कर या भगा कर शादी करने पर 30000 रुपये दंड के रूप में निर्धारित किया गया है।

(5) शादी या मांगलिक कार्य में विदेशी शराब पर अब पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा

(6) फिजूल खर्चा कम करने के लिए शादी में डीजे पर नियंत्रण कर के लिये केवल ममेरा के रूप में मामा पक्ष को ही एक जोड़ी बाजा लाने  छूट दी गई है, वो भी स्वच्छिक रहेगा अन्य रिश्तेदार कोई भी नही ला सकेंगे।

(7) कन्या दान में बर्तन देने के बजाय सामूहिक सहभागी बन कर आवश्यक सामग्री परिवार जनों से चर्चा कर दी जाने का निर्णय हुआ है।

(8) समाज में तेजी से फैल रही सिकलसेल की बीमारी  पर विचार मंथन कर उसे बचाव के लिए सतर्क रहने के लिए चर्चा की गई।

(9) शादी एवं मांगलिक कार्य में देसी परंपरागत वाद्य यंत्रों को बजाने पर निर्णय हुआ है।

(10) सोशल मीडिया में अश्लील गाना  एवं फोटो वीडियो वायरल करने वालों पर सख्ती से कार्यवाही के लिए सहमति बनी है।

(11) बारमा या नुक्ते के कार्यक्रम में दान के रूप में आवश्यक बर्तन देना बंद करना।

(12) शादियों में अब पटाखे नही फोड़ने के लिए चर्चा की गई है।

(13) पढ़ाई लिखाई की उम्र में यदि कोई परिवार नाबालिक का बाल विवाह करते हैं तो रोक लगाने के लिये कानूनी कार्यवाही करवाई जाएगी।

(14) युवाओं में बढ़ती नशा परवर्ती के रोक के लिए नशामुक्ति के लिये कार्य करने पर चर्चा की गई है।

(15) शिक्षा पर जोर दिया गया है, भोंगर्या हाट में फिजूल खर्चा से बचने एवं युवाओं को रोजगार की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया है।

उक्त निर्णयों नही मानते हुए विपरीत कार्य करते हैं तो बीस हजार रुपये का जुर्माना ग्राम सभा द्वारा तय किया गया है। जो कि सभी को मान्य होगा। बैठक में आस पास के अन्य  गांव के सरपंच, पटेल एवं जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे हैं। उनके द्वारा भी गांव में बैठक कर सुधारात्मक प्रयास करने की बात कही गई है।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत चनोटा के सरपंच रातनिया भाई, ग्राम बिचौली पंचायत के सरपंच गिलदार कनेश, ग्राम पंचायत मोराजी के सरपंच नानसिंह निगवाल, सिलोटा से धर्मेंद्र नारगांव, भूरसिंह चौहान, ग्राम बिलझरी के जागरूक युवा तेरसिह डावर, रालूसिंह डोडवा, बसंत डोडवा, वरदा डोडवा, मुकेश चौहान, सुरतान चौहान, मानसिंह भयडिया, वेरसिंह कनेश, भीमसिंह कनेश, भूरसिंह चौहान, जितेन डोडवा, कैलाश डावर, भुवान भिड़े, गुलटिया कनेश, केरला चौहान, जोगी चौहान, सुरेश सोलंकी, रमेश डोडवा, इंगलसिंह चौहान एवं महिलाएं उपस्थित रहकर समस्याओं पर नियंत्रण हेतु सुझाव प्राप्त प्रदान कर निर्णय किये गए।