Substitute Employee in Collectorate : कलेक्टोरेट में एवजी कर्मचारी क्या कर रहे, सारा काम उन्हीं के भरोसे!
Indore : कलेक्टोरेट के तहसील कार्यालयों से लेकर अन्य कई विभागों में एवजियों (प्राइवेट कर्मचारियों) का बोलबाला है। खुड़ैल, राऊ, कनाड़िया से लेकर लगभग हर तहसील कार्यालय में करोड़ों की जमीन के आदेश से लेकर कई कार्य ये एवजी ही कर रहे हैं। यहां तक की तहसीलदार कोर्ट में बोर्ड पर सुनवाई भी एवजी करवाता है।
ऐसे में कई गोपनीय कार्य भी इन्हीं एवजियों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। इन पर कलेक्टर कार्यालय के किसी भी उच्च अधिकारी का ध्यान नहीं है या यह भी कहा जा सकता है कि वे देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार कलेक्टर कार्यालय में वर्तमान में सरकारी बाबू सहायक ग्रेड-3 और ग्रेड-2 की बहुत कमी है। हाल ही में कई बाबुओं का रिटायरमेंट हो चुका है और अगले तीन-चार महीने में चार-पांच और बाबू रिटायर हो जाएंगे।
नए बाबुओं को काम नहीं आता
नए बाबुओं की भर्ती नहीं जा रही है। जिन बाबुओं को नई पदस्थापना दी भी गई, उनमें से अधिकांश को सरकारी कार्य का अनुभव नहीं है। हालांकि, ये ताजा भर्ती के नहीं है, इन्हें ज्वाइन किए कई वर्ष हो चुके हैं। इसके बाद भी इन बाबुओं को सरकारी कार्यप्रणाली समझ नहीं आती। इन बाबुओं में कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हें कंप्यूटर चलाना भी नहीं आता। इन्हें कंप्यूटर चलाना सीखने के लिए दो वर्ष का समय भी दिया गया, लेकिन उसके बाद भी ये कम्प्यूटर नहीं सीख सके।
सूत्र बताते हैं कि इन बाबुओं को कारण बताओ नोटिस तक मिल चुके हैं, उसके बाद भी ये बाबू कंप्यूटर नहीं सीख सके। इसी का फायदा एवजियों को मिल रहा है। बाबू भी इन एवजियों पर पूरी तरह निर्भर हो चुके हैं। सीधे शब्दों में कहा जा सकता है कि इन एवजियों के बगैर बाबू भी कार्य नहीं कर सकते हैं और समीपस्थ गांवों से आने वाले काश्तकार, किसान परेशान हो रहे हैं।
बाबुओं का काम एवजी कर रहे
नामांतरण, बंटाकन, नोट-शीट लिखने से लेकर आदेश तक बनाने का लगभग हर कार्य जो बाबुओं द्वारा किया जाता है, वह सभी एवजी कर रहे हैं। इस तरह बाबुओं का काम एवजियों के भरोसे हो गया है। बताया जा रहा है कि ये एवजी अपने निजी फायदे के लिए यहां आने वाले लोगों को परेशान भी करते हैं।
इन चतुर्थ श्रेणी का रिटायरमेंट होगा
– जुगल किशोर शुक्ला 30 मई
– कृष्णकांत जोशी 30 मई
– प्रदीप द्विवेदी 30 जून
– गंगा दीक्षित 30 जुलाई
बाबू (द्वितीय श्रेणी)
– सुरेश पालीवाल
– मुश्ताक खान