Suicide Due to Money Lenders : मसाला कारोबारी ने सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या की!

सुसाइड नोट में बच्चों से फीस न भर पाने के लिए माफ़ी मांगी!

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Suicide Due to Money Lenders : मसाला कारोबारी ने सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या की!

Indore : मानसिक तनाव और कर्ज के कारण शहर में लगातार आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं। आजाद नगर थाना क्षेत्र में एक मसाला कारोबारी ने सूदखोरों से परेशान होकर घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आजाद नगर पुलिस ने बताया कि वीरेंद्र पिता रामगुलाम सेन (35 साल) ने घर में फांसी लगाई। उसने सुसाइड नोट में तीन सूदखोरों के नाम भी लिखे।

सुसाइड से पहले उसने अपना वीडियो बनाया और पुलिस कमिश्नर से आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। सुसाइड नोट में उसने अपने पूरे परिवार और बच्चों से माफी भी मांगी। कर्ज के कारण वो बच्चों की फीस और कॉपी-किताब भी नहीं दिला पाया था। उसने कहा कि आए दिन सूदखोर उसे परेशान करते हैं। जिसके चलते वह आर्थिक परेशानी से जूझ रहा है। सूदखोर उसके गोदाम पर आकर उसे अपशब्द कहते हुए उसे काफी परेशान करते हैं। वीरेंद्र ने इस वीडियो में बताया कि वो शंकर शर्मा, राजू पाल, सुनील रायकवार ने काफी परेशान कर रखा है।

सुसाइड नोट में उसने लिखा कि वे 10% का ब्याज वसूलते हैं जिससे आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। यहां तक कि वह अपने बच्चों की फीस भी नहीं भर पा रहा। इसी के साथ उन्होंने पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाई है कि उनके परिवार को परेशान न किया जाए। मृतक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसे पुलिस ने जब्त कर जांच में शामिल कर लिया है। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए एमवाय हॉस्पिटल भेजा गया है और पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।

शहर में सूदखोरों की जबरदस्ती
सूदखोरों का आतंक कम होता दिखाई नहीं दे रहा है। पिछले 15 दिन में इंदौर में सूदखोरों से परेशान दो लोगों ने आत्महत्या कर ली। 14 जुलाई को एक हम्माल ने आत्महत्या कर ली थी और आज एक मसाला कारोबारी ने परेशान होकर मौत को गले लगा लिया। उसने आरोपियो से 1 लाख रुपए का कर्ज लिया था। इसके उसके एवज में 1 लाख 20 हजार रुपए पहले ही दे चुका है। लेकिन उससे 7 लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। सूदखोरों ने उनकी जिंदगी को बर्बाद कर दिया। वीडियो में वीरेंद्र कह रहा है कि सूदखोरों के कारण उसकी दुकान, जमीन, घर सब कुछ बिक चुका है। वो आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। यहां तक कि वो अपने बच्चों की फीस भी नहीं भर पा रहे हैं। इसके बाद भी ये सूदखोर उसे परेशान करने से बाज नहीं आ रहे हैं।