Surya Grahan : दिवाली पर सूर्य ग्रहण का दुर्लभ संयोग, किस राशि पर क्या प्रभाव!

मंगलवार को सूर्य ग्रहण की समय अवधि 1 घंटे 19 मिनट तक रहेगी 

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Surya Grahan : दिवाली पर सूर्य ग्रहण का दुर्लभ संयोग, किस राशि पर क्या प्रभाव!

Delhi : दिवाली के अगले दिन 25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्यग्रहण होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक अमावस्या तिथि पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हुए दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। लेकिन, इस बार दिवाली के बाद आंशिक सूर्यग्रहण लगेगा।
     दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा न होकर एक दिन का अंतर है। दिवाली और गोवर्धन पूजा के बीच सूर्य ग्रहण का ऐसा संयोग कई सालों बाद पड़ रहा है। एक गणना के अनुसार पिछले 1300 वर्षों बाद सूर्य ग्रहण दो प्रमुख त्योहार के बीच पड़ने के साथ बुध, गुरु, शुक्र और शनि सभी अपनी-अपनी राशि में मौजूद रहेंगे।
   साल का यह आखिरी आंशिक सूर्यग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा। भारत में सूर्यग्रहण दिखाई देने से इसका सूतक काल मान्य होगा। जिसके कारण ग्रहण से संबंधित धार्मिक मान्यताएं का पालन किया जाएगा।

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25 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण से संबंधित जानकारियां : 
सूर्य ग्रहण की तिथि: 25 अक्टूबर 2022
सूर्य ग्रहण का समय (भारतीय समयानुसार) : 16:22 से 17:42 तक
सूर्य ग्रहण की समय अवधि:1 घंटे 19 मिनट
भारत में कहां-कहां दिखाई देगा 
   वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि पर ही लगता है। इस बार कार्तिक अमावस्या तिथि 25 अक्तूबर है और इसी दिन आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा। देश के खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार दिवाली के बाद लगने वाला सूर्य ग्रहण देश के उत्तरी और पश्चिमी भागों में आसानी के साथ देखा जा सकेगा। जबकि, पूर्वी भागों में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा, क्योंकि यहां पर सूर्यास्त जल्दी हो जाएगा। भारत में ग्रहण की शुरुआत शाम के 4 बजे के बाद ही होगी।
यहां दिखेगा सूर्य ग्रहण
   दिल्ली, राजस्थान,पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब,उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड. जम्मू, श्रीनगर, लेह और लद्दाख। इसके अलावा दक्षिण भारत के हिस्से जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक,मुंबई, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और बंगाल में कुछ समय के लिए सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।
इन हिस्सों में नहीं दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
देश के पूर्वी भागों में असम,अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड।
इस राशि में लगेगा सूर्य ग्रहण
ज्योतिष गणना के अनुसार दिवाली के बाद यानी 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्यग्रहण तुला राशि में लगेगा।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल 
    भारत में आंशिक सूर्य ग्रहण लगने के कारण इसका सूतक काल मान्य होगा। धार्मिक नजरिए से सूतक काल को शुभ नहीं माना जाता है। सूतक में पूजा-पाठ और शुभ काम वर्जित होते हैं। हिंदू पंचांग की गणना के अनुसार 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण शाम चार बजे के आसपास शुरू हो जाएगा। सूर्य ग्रहण लगने पर सूतक काल ग्रहण के शुरू होने से 12 घंटे पहले लग जाता है। यह ग्रहण करीब डेढ़ घंटे तक चलेगा।
दुनिया के इन हिस्सों में दिखाई देगा 
   25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा फिर 8 नवंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण भी लगेगा। यह सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तरी-पूर्वी अफ्रीका, मध्य और पश्चिमी एशिया, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और प्रशांत महासागर।
सूर्य ग्रहण और ज्योतिषीय संयोग
    इस साल दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण का योग और ग्रहों का योग 1300 सालों बाद बना रहा है। ग्रहण के समय चार ग्रह खुद की राशि में मौजूद रहेंगे। जिसमें बुध,गुरु, शनि और शुक्र सभी चारों ग्रह अपनी-अपनी राशि में मौजूद रहेंगे। शनि मकर राशि में, गुरु अपनी मीन राशि में,बुध कन्या राशि में और शुक्र तुला राशि में रहेंगे।
किन राशियों पर सूर्य ग्रहण का क्या प्रभाव 
* मेष : इस वर्ष आखिरी सूर्य ग्रहण का प्रभाव मेष राशि के जातकों के लिए शुभ नहीं है। अपने साथी से इनका मतभेद हो सकता है। किसी भी तरह का नया निवेश करने से बचें। इस दौरान भगवान गणेश की पूजा करने से लाभ मिलेगा।
* कर्क : कर्क राशि के लोगों को मानसिक तनाव हो सकता है। सेहत भी प्रभावित होगी। आर्थिक नुकसान होने की संभावना। इसलिए इन्हें सतर्क रहने की जरूरत है। नौकरी और व्यवसाय करने वालों का काम मंदा हो सकता है। वैवाहिक और रोमांटिक लाइफ को संभालना पड़ेगा।
* तुला : सूर्य ग्रहण से तुला राशि के जातकों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। स्वास्थ्य संबंधी कोई बीमारी परेशान कर सकती है। आर्थिक मोर्चे पर भी चीजें आसान और स्थिर नहीं रहेंगी। कोई भी नया न शुरू करना हितकारी रहेगा।
* धनु : सूर्य ग्रहण के दौरान, अपने स्वास्थ्य का अत्यधिक ध्यान रखना होगा। आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं रहेगी, क्योंकि इस दौरान चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।