रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट
रतलाम. बंधु बेलड़ी प. पू. आचार्य देव श्री जिनचंद्रसागरसूरिजी म.सा. आदि ठाणा निश्रा में चाणोदिया परिवार में संत मिलन की त्रिवेणी संगम का भाव विभोर कर देने वाला मार्मिक प्रसंग रहा।
सुश्रावक भ्राता संतोष एवं अनिल चाणोदिया सांसारिक परिवार से दीक्षित पू. मुनिराज श्री प्रियचंदसागर जी म.सा, पू.साध्वी श्री प्रज्ञरत्नाश्रीजी म. सा एवं पू. साध्वी श्री चन्द्रवर्षाश्रीजी म.सा, एक साथ घर आंगन में पधारे।
इस अविस्मरणीय प्रसंग को निहारने के लिए मुनिराजश्री के सांसारिक पिता अनिल एवं भ्राता मयूर ने विगत आठ वर्ष से फल सेवन का त्याग कर रखा था।
मुनिराजश्री को भावविभोर परिजन श्रद्धापूर्वक अपने कंधों पर उठाते हुए जयकारे के साथ लेकर पहुंचे।
अब संतोष चाणोदिया परिवार से उनकी जुड़वां बेटियां पलक और तनिष्का भी दीक्षा लेने जा रही है। इस तरह चाणोदिया पालरेचा परिवार में यह पांचवी दीक्षा होगी।
मंगल कलश के साथ की प्रदक्षिणा
पांच दिनी दीक्षा पर्व के दूसरे दिन सोमवार को बंधु बेलड़ी आचार्यश्री के सामैया की करमचन्द उपाश्रय हनुमान रूंडी से शुरुआत गाजे बाजे और ढोल ढमाके के साथ हुई।
तीनों ही दीक्षार्थी ईशान कोठारी, पलक और तनिष्का चाणोदिया बग्गी में सवार थे।
सामैया का थावरिया बाजार स्थित बाबा साहेब मन्दिर के पास लाभार्थी अनिल चाणोदिया के निवास पर श्रीसंघ की उपस्थिति में मंगल पदार्पण हुआ।
जहां लाभार्थी श्रीमती प्रेमलता देवी समरथमल चाणोदिया परिवार की ओर से श्राविकाओं ने मंगल कलश के साथ आचार्यश्री की प्रदक्षिणा कर भावभीनी अगवानी की।
दीक्षार्थियों का किया बहुमान
आकर्षक रंगोली और गहुली से क्षेत्र की सजावट की गई थी।
इस मौके पर चाणोदिया परिवार को ओर से आचार्य श्री को काम्बली भेंट कर आशीर्वाद लिया गया।
तीनों ही दीक्षार्थियों का जैन श्वेताम्बर सोशल ग्रुप, श्री शांतिनाथ जैन मित्र मंडल और श्रेणिक सराफ परिवार की ओर से बहुमान किया गया।
संचालन गणतंत्र मेहता ने किया।
गुरुदेव का पदार्पण परिवर्तन की बुनियाद
व्याख्यान में मुनिराज श्री प्रियचंदसागर जी म.सा. ने कहा कि गुरुदेव का पदार्पण ही परिवर्तन की बुनियाद होता है।
यह दुर्लभ संयोग तभी मिलता है जब हमारी पूर्व जन्म की साधना, परिवार के संस्कार और गुरुदेव का सानिध्य मिले।
चाणोदिया परिवार से पूर्व में दो साध्वीजी की दीक्षाओं ने हमें संयम जीवन की ओर प्रेरित किया।
इसी क्रम में अब परिवार की दो जुड़वां बहनों के संयम पथ पर आगे बढ़ने की दिशा में उनकी बड़ी बहन अब पू. साध्वी श्री चन्द्रवर्षाश्रीजी म. सा. का संयम जीवन उनके लिए आदर्श बना है।
परिवार के साथ श्रीसंघ में जुड़वां बहनों और बाल मुमुक्षु ईशान कोठारी की दीक्षाएं नया आदर्श स्थापित करने जा रही है।
मंगलवार को संयम रंग में रंग दे चुनरिया
गणिवर्य श्री पदमचन्द्र सागर जी, गणिवर्य श्री आनंदचन्द्र सागर जी म. सा. ने बताया कि 24 मई मंगलवार को दीक्षा पर्व के उपलक्ष्य में सेठ जी का बाजार उपाश्रय से जैन कालोनी तक प्रात: सामैया निकलेगा।
जिसके बाद मोहन टॉकिज में बालमुनि वन्दना वली की अभिनव प्रस्तुति संगीतकार शिवम् सिंह बड़ोदा देंगे।
दोपहर में मामेरा एवं दीक्षार्थी के कपड़े रंगने का कार्यक्रम ‘संयम रंग में रंग दे चुनरिया’ होगा। यहीं रक्षाबंधन एवं रात्रि में मंगल चौवीसी रखी गई।
श्री कोठारी निवास पर स्वागत
सामैया के कोठारी निवास में पहुंचने पर पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी के निवास पर आचार्यश्री के समक्ष श्रीमती पुखराज कोठारी आदि ने गहुली सजाते हुए दर्शन वंदन किया।
श्री कोठारी ने आचार्यश्री के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।
यहाँ श्रीसंघ का कुमकुम तिलक एवं अक्षत के साथ कोठारी परिवार ने स्वागत किया। इसी तरह मार्ग में जगह जगह आचार्य श्री के समाज जनों ने दर्शन वंदन किए।