Tell Me Happy Story : ‘सानंद गोष्ट सांगा’ स्पर्धा का सेमीफाइनल हुआ, 16 जून को फाइनल होगा!

55 स्थानों पर हुई इस स्पर्धा में एक हजार प्रतियोगियों ने भाग लिया!

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Tell Me Happy Story : ‘सानंद गोष्ट सांगा’ स्पर्धा का सेमीफाइनल हुआ, 16 जून को फाइनल होगा!

Indore : संस्कृति जतन प्रयास के तहत आजी-आजोबा के लिए गोष्ट सांगा स्पर्धा का सेमीफायनल लोकमान्य विद्या निकेतन में हुआ। इस स्पर्धा का फाइनल 16 जून को होगा। सानंद न्यास के अध्यक्ष श्रीनिवास कुटुंबळे एवं मानद सचिव जयंत भिसे ने बताया कि सानंद गोष्ट सांगा स्पर्धा इंदौर के साथ खंडवा, जबलपुर, मंदसौर, रतलाम, देवास, उज्जैन समेत 55 स्थानों पर हुई स्पर्धा मे लगभग एक हजार लोगों ने भाग लिया।

इस स्पर्धा के 160 विजेताओं ने सेमीफायनल में 5 समूहों में भाग लिया। उपांत्य फेरी स्पर्धा के निर्णायक थे संदीप निरखीवाले, वीणा पैठणकर, वैशाली वाईकर, भारती पारखी, स्नेहल जोशी, शैला आचार्य, प्रवीण कंपलीकर, सतीश मुंग्रे, सोनाली नरगुंदे और रुपाली बर्वे। इस दौरान उंदीर मामा, टोपी विक्या, शिवाजी महाराज, रामजी की सेना, जिसकी लाठी उसकी भैस, कृष्ण लीला, स्वतंत्रता संग्राम, लाल परी जैसे प्रेरक प्रसंगों पर आधारित कहानियां सुनाई गई।

स्पर्धा के 5 समूहों के विजता रहे प्रथम मधुलिका साकोरीकर, आनंद दाणेकर, हेमांगी मांजरेकर, विनोद क्षिरे और सुनेत्रा अंबर्डेकर। द्वितीय रहे संगीता गोखले, अनुया चासकर, प्रतिभा कुरेकर, शोभना चैतन्य और आशा कोरडे। जबकि, तृतीय रहे प्राजक्ता मुद्रिस, पूजा मधुकर, अपर्णा देव, दिपाली दाते और शिशिर खर्डेनवीस।

विजेताओं की घोषणा कार्यक्रम का संचालन रेणुका पिंगळे ने किया। अतिथि गिरीश सरवटे, विवेक कापरे, स्नेहल जोशी के हाथों से विजेताओं का सम्मान किया गया। अतिथि स्वागत श्रीनिवास कुटुंबळे, जयंत भिसे, किरण मांजरेकर, स्मिता देशमुख और पूर्वी केळकर ने किया। आभार मानद सचिव जयंत भिसे ने माना।

सभी आजी-आजोबा, निर्णायक एवं उपस्थितों ने सानंद न्यास द्वारा गोष्ट सांगा प्रतियोगिता के माध्यम से युवा पीढी को बचपन से संस्कारित करने वाली इस अनूठी विधा को पुर्नजीवित करने के लिए इस उल्लेखनीय कार्य को दिल खोलकर प्रशंसा करते हुए धन्यवाद दिए। 16 जून को स्पर्धा का फायनल राउंड होगा।