Temple Disappeared Overnight : पेडों की कटाई के विरोध के बीच अचानक मंदिर गायब, अहिल्याश्रम के सामने की जमीन को लेकर विरोध तेज!

आज शाम को 5 बजे लोग मानव श्रृंखला बनाकर विरोध करेंगे!

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Temple Disappeared Overnight : पेडों की कटाई के विरोध के बीच अचानक मंदिर गायब, अहिल्याश्रम के सामने की जमीन को लेकर विरोध तेज!

इंदौर से वरिष्ठ पत्रकार अनुराग तागड़े की रिपोर्ट

Indore : पंतवैद्य कॉलोनी, जती कॉलोनी से लेकर रामबाग और नारायणबाग के रहवासी रविवार सुबह जब रामबाग से पोलोग्राउंड की ओर जाने वाले मार्ग पर घूमने निकले, तब उन्हें पता चला कि सालों पुराना शीतला माता का मंदिर रातों रात गायब हो गया। उस जगह के सामने ‘डिफेंस लैंड’ का बोर्ड लग गया। क्षेत्र के रहवासियों को समझ ही नहीं आया कि वे जिस छोटे से शीतला माता मंदिर की पूजा करते थे, उसका इस पूरे मामले से क्या लेना देना।

इस इलाके में पेड़ कटाई का जोरदार विरोध हो रहा है और आज रविवार की शाम 5 बजे मानव श्रृंखला बनाकर यहां के रहवासी अपना औपचारिक विरोध दर्ज कराएंगे। लोगों का कहना है कि अगर यह डिफेंस लैंड है, तब नगर निगम किस अधिकार से यहां पेड़ काटकर नई हरियाली लाने की योजना बना रहा है।

 

यह इलाका भाजपा का गढ़ रहा

यह क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी का वर्षों से गढ़ रहा है। क्षेत्र में संघ का नवीन कार्यालय भी है। क्षेत्र के रहवासी अब यह कहते नजर आ रहे है कि शायद भाजपा ने यह मान लिया है कि इस क्षेत्र में वे जो चाहें करें, जनता तो उनका साथ देगी। इस सभी के बीच मंदिर हटाए जाने को लेकर क्षेत्र की महिलाओं का कहना है कि यह अच्छी बात नहीं है। यही अगर कोई ओर धार्मिक स्थल होता, तब तमाम लोग विरोध करने आ जाते हम पचास सालों से इस मंदिर में शीतला माता की पूजा करते आए है। अचानक इस प्रकार का निर्णय क्यों और किसने लिया यह पता नहीं चल रहा।

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वैसे विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 और वार्ड क्रमांक 57 के रहवासी क्षेत्र 38 एकड़ की प्राकृतिक जंगल को बचाने के लिए पुरजोर प्रयत्न कर रहे है। पर्यावरण प्रेमी लोगों का भी साथ उन्हें मिल रहा है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से लोगों ने साथ देने की बात भी कही है। वहीं इस मामले को लेकर महिलाओं का यह तक कहना है कि अहिल्याश्रम के सामने अगर पर्यटन स्थल विकसित होगा तब लड़कियों का यहां से निकलना मुश्किल हो जाएगा। वैसे भी लव जिहाद जैसे मामले सामने आते है तब हमें वैसे ही संवेदनशीलता बरतना चाहिए।

इसके साथ ही पोलोग्राउंड क्षेत्र में शहरभर की निजी बसों के पार्किंग वाला मुद्दा भी गरम हो रहा है। कुल मिलाकर शासन प्रशासन को इस पूरे मामले पर रहवासियों से और संबंधित विभाग जैसे एसएएफ बटालियन के अधिकारियों से अहिल्याश्रम के शिक्षकों से बातचीत करना चाहिए और वस्तुस्थिति से अवगत करवाना चाहिए। जहा तक राजनीतिक पार्टियों का मामला है, वे इस मामले को गरम होने देना चाहते हैं, ताकि इसका फायदा उठाया जा सके। मंदिर हटाने के बाद लोगों का कहना है कि सनातन रक्षक दल अब कहां है?