रतलाम से एसपी गौरव तिवारी का तबादला हो गया। बताया गया कि वे केंद्र सरकार में इंटेलिजेंस जैसे महत्वपूर्ण पद पर प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। उनके जाने से कुछ लोग खुश तो कुछ दुखी हैं।
दुखी वे हैं, जिन्हें लग रहा कि एक अच्छा अफसर रतलाम से जा रहा है। और खुश वे हैं, जिन भू-माफियाओं, गुंडों और असामाजिक तत्वों के विरूद्ध एक्शन लेकर उन्होंने उनके कारनामों पर नकेल डाल दी थी।
उनके तबादले का श्रेय किसी को इसलिए नहीं दिया सकता, क्योंकि वास्तविकता यह है कि उनके यहां से जाने का समय आ गया था। रतलाम एसपी के रूप में उन्हें 3 साल से ज्यादा का समय हो चुका था।
ऐसे में कोई कॉलर खड़ी करके ये कहे कि उन्हें हटवा दिया, ये सही नहीं माना जा सकता। उनका केंद्र सरकार में इंटेलिजेंस में महत्वपूर्ण पद पर प्रतिनियुक्ति पर जाना लगभग तय है।
जब वे माफियाओं के खिलाफ जोरदार कार्रवाई कर उनमें दहशत पैदा कर रहे थे, ऐसे में उनका तबादला होना लोगों को नागवार गुजर रहा है। उससे यह गलत संदेश भी जा रहा है कि मानो उनके द्वारा की जा रही कार्यवाही के परिणाम स्वरूप उनका तबादला किसी के दबाव में किया गया है।
शहर के चौराहों पर चर्चा आम है कि एसपी गौरव तिवारी के तबादले में भाजपा के नेताओं का हाथ है। पर, सच्चाई ये नहीं है। वास्तविकता यह है कि उन्हें तो जाना ही था। उनका कार्यकाल का समय पूरा हो चुका था। यह अलग बात है कि उनके तबादले का समय गलत हो गया।
एसपी गौरव तिवारी रतलाम आने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के क्षेत्र छिंदवाड़ा में अपने दबंग अंदाज के कारण चर्चित रहे। यही कारण रहा कि उन्हें रतलाम की कमान संभालने भेजा था।
रतलाम जिले में एक तिवारी के स्थान पर दूसरे अभिषेक तिवारी कमान संभालने आ रहे हैं। उनके बारे में बताया जाता है कि उनकी गिनती भी सख्त अफसरों में होती है।
बालाघाट जिले में नक्सलियों पर कार्रवाई को लेकर भी वे चर्चित रहे हैं। बालाघाट में किए गए अभिषेक तिवारी के अनुकरणीय कार्यों के ईनाम के बतौर ही उनकी पोस्टिंग रतलाम में की गई है।
अभिषेक तिवारी दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। उन्होंने बालाघाट जिले में 7 इनकाउंटर किए हैं। बताते हैं कि अभिषेक तिवारी ने नक्सलियों से लोहा लेते हुए अहम भूमिका निभाई।
उम्मीद की जा रही है कि जिस प्रकार गौरव द्वारा माफियाओं के हौसले पस्त किए गए थे उससे भी आगे बढ़कर एसपी अभिषेक तिवारी कार्रवाई करेंगे और रतलाम का उनका कार्यकाल यादगार साबित होगा।