SP को हटाने के विरोध में बंद रहा पूरा खरगोन शहर, व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर सरकार के निर्णय का किया विरोध

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KHARGONE

खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट

एसपी को हटाने के विरोध में बंद रहा पूरा खरगोन शहर, व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर सरकार के निर्णय का किया विरोध, व्यापारियों ने स्वेच्छा से की दुकानें बन्द, सकल समाज के साथ व्यापारियों ने मुख्यमंत्री से फैसले पर पुनर्विचार की मांग

खरगोन: खरगोन में आज एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को हटाने के विरोध में सकल समाज के अव्हान पर बंद सफल रहा। इस दौरान व्यापारियों ने स्वैच्छिक दुकानें बंद रखकर सरकार के निर्णय का विरोध किया। समाडिक संगठनो ने एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को पुनः पदस्थ करने की मुख्यमन्त्री से मांग की। सुबह से ही सकल समाज की लोग और शहर के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने सडक पर ऊतरकर व्यापारियों से दुकानें बंद रखने का आग्रह करते रहे। शहर के एमजी रोड, सराफा बाजार, मोहन टाकिज सहित मुख्य बाजारो में व्यापारियों ने स्वेच्छा से ही दुकानें बन्द कर रखी थी। हलाकि बस स्टैंड क्षेत्र पर सुबह चाय नाश्ते की होटल खुल गई थी लेकिन सकल समाज के लोगो के आग्रह पर दुकान संचालको ने दुकाने बंद कर दी। इस दौरान सामाजिक और धार्मिक संगठनों के साथ व्यापारियों ने मुख्यमंत्री से फैसले पर पुनर्विचार की मांग। गौरतलब है की रविवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जेल में आदिवासी युवक की मौत के बाद पुलिस पर मारपीट के आरोप और बिस्टान थाने में पथराव तोडफोड की घटना को लेकर एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को हटा दिया था। सोमवार को सकल समाज ने मुख्यमंत्री से एसपी शैलेन्द्र सिह चौहान  को हटाने के निर्णय पर पुनर्विचार की मांग की थी।

सकल समाज की ओर से समाजिक कार्यकर्ता मनोज रघुवंशी और शिवडोला समिति और दामखेडा मंदिर समिति के अध्यक्ष व्यापारी नवनीत भंडारी ने मीडिया को बताया की सकल समाज के अव्हान पर व्यापारियों ने स्वैच्छिक बंद रखा है। जिन व्यापारियों की दुकान बंद थी हमने आग्रह कर बंद कराई है। सकल समाज का कहना था की एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने जिले में जुऑ-सट्टा सहित अवैध कार्य पर रोक लगा दी थी। जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए भी अच्छे कदम उठाये थे। खरगोन में पहली बार किसी अधिकारी के लिये सभी समाज के लोग पहली बार सडको पर ऊतरे और शहर बंद रहा है। रविवार से सोशल मीडिया पर एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को हटाये जाने का जमकर विरोध चल रहा है। गौरतलब की बिस्टान थाने के खेरकुंडी गांव के 37 वर्षीय बिशन को पुलिस ने लूट की घटना के आरोप में 12 आरोपीयो के साथ पकडा था। पुलिस रिमांड के बाद आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल चला गया था लेकिन जेल में आरोपी आदिवासी युवक की मौत हो गई थी। इस दौरान गुस्साए 100 से अधिक आदिवासी समाज के लोगो ने पुलिस मारपीट में आदिवासी युवक की मौत का आरोप लगाते हुए बिस्टान पुलिस थाने पर पथराव कर तोडफोड कर दी थी। 4 पुलिसकर्मीयो को निलंबित कर घटना के न्यायिक जाॅच के आदेश दे दिये गये थे। रविवार को अचानक सीएम शिवराजसिंह चौहान के द्रवारा एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को हटाना लोगो को रास नही आ रहा है।