The Eye Donation After Death : मृत्यु पश्चात किया नेत्रदान
Ratlam : जीवन के रहते मानव सेवा करना और जीवन का अंत हो जाने के उपरांत भी सेवा कार्य करना वास्तव में सराहनीय कार्य होता हैं।ऐसे ही लोगों के नाम में एक नाम और जुड़ गया वह नाम हैं श्रीमती सुभद्रा देवी का जिनके परिजनों की जितनी भी सराहना की जाएं कम होगी।शहर के काटजू नगर निवासी श्रीमती सुभद्रा देवी धर्मपत्नी धर्मचंद्र सिसौदिया का नाम जुड़ गया हैं।सुभद्रा देवी का 14 जून को स्वर्गवास हो गया था।इसके बाद परिजनों ने समाजहित में उनके दोनों नेत्रों को जनसेवा को समर्पित करते हुए दान किया।इन नेत्रों से अब ऐसे लोगों के जीवन में उजियारा हो जाएगा जो इस संसार को देख सकते थे,जिन्होने आज तक दुनिया नहीं देखी,सिर्फ महसूस किया।
दूसरों की जिंदगी में उजियारा लाने के इस पूनित कार्य को अंजाम देने के लिए बड़नगर के गीता भवन न्यास समिति,श्री जैन श्वेताम्बर सोश्यल ग्रुप ने सिसौदिया परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया हैं।नेत्रदान की इस प्रक्रिया के दौरान नेत्रदान एवं देहदान प्रभारी डाॅ.जीएल ददरवाल,गीता भवन न्यास समिति के हरीकिशन मेलवाणी आदि उपस्थित रहें।नेत्रदान टीम को तत्काल सूचित कर नेत्रदान करवाने में हेमंत मूणत का भी मृतक के परिजनों ने आभार व्यक्त किया है।और संस्था द्वारा उक्त पुनीत कार्य के लिए शोकाकुल परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया हैं।