शिल्पकारों की पहली पसंद है, #katni जिले का सेंड स्टोन, 9 से 28 नवम्बर तक कटनी में होगा स्टोन आर्ट फेस्टिवल

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कटनी: जिले के पुरातन किले, शानदार शिल्पकला के लिए पहचान रखने वाले मंदिर और उनमें की गई शानदार नक्काशी, देखकर लोग आज भी दांतों तले उंगलियां दबा लेते हैं। शिल्पकारों ने अपनी कला को जिले में निकलने वाले पत्थरों पर ही उकेरा और आज वे ऐतिहासिक कलाकृतियां हमारे पास धरोहर के रूप में मौजूद हैं।

जिले का सेंड स्टोन उस समय शिल्पकला के कारीगरों के लिए जितना उपयोगी था, उतना आज भी है। वर्तमान समय में पत्थरों को शिल्प का रूप देने आधुनिक साधन उपलब्ध हैं लेकिन उसके बाद भी जिले के सेंड स्टोन की मांग कई प्रदेशों में है और यह मांग इसलिए है कि जिले में निकलने वाला स्टोन साफ्ट होता, जो कारीगरी के लिए उपयुक्त माना जाता है।

खनिज अधिकारी संतोष सिंह ने बताया कि जिले की रीठी तहसील में घनिया व डांग ग्राम पंचायत के क्षेत्र में बड़े स्तर पर सेंड स्टोन की खदानें हैं। वर्तमान में चार बड़ी खदानों की स्वीकृति खनिज विभाग से है। रीठी की खदानों से निकलने वाले सेंड स्टोन की कटनी ही नहीं बल्कि कई प्रदेशों में मांग है। वर्षों से सेंड स्टोन पर कारीगरी का काम करने वाले खरे स्टोन के प्रोप्राईटर राजू खरे के अनुसार जिले का सेंड स्टोन पूरे हिन्दुस्तान में जाता है। जिसमें से विशेष रूप से जयपुर, दिल्ली, कोटा, ग्वालियर, चंडीगढ़, उदयपुर, जबलपुर, नागपुर शामिल हैं। इनके अलावा अन्य कई बड़े शहरों में शिल्पकला के लिए कटनी के पत्थर की मांग है।

जालियां, मंदिर, स्टेचू तैयार करने में आसानी

वैसे तो जिले में निकलने वाले सेंड स्टोन को घरों में फर्श, छत, दीवारों में उपयोग होता है लेकिन सबसे अधिक मांग इन दिनों घरों, गार्डन को खूबसूरत बनाने के लिए आर्च, जालियां, स्टैचू, मंदिर, पिलर, आदि तैयार करने को लेकर है। जिले की खदानों में तीन रंग का सेंड स्टोन पाया जाता है। जिसमें लाल, हरा और पीला रंग शामिल है और इनके माध्यम से ही शिल्पकला के कारीगर देशभर में लोगों को अपनी कला से प्रभावित कर रहे हैं।

स्टोन फेस्टिवल में देशभर के आर्टिस्ट दिखाएं हुनर

जिले सेंड स्टोन की खासियत को देखते को जिला प्रशासन एक जिला एक उत्पाद के तहत शहर के जागृति पार्क में 9 नवंबर से 28 नवंबर तक स्टोन आर्ट फेस्टिवल ‘‘आधारशिला‘‘ का आयोजन करने जा रहा है। जिसमें देशभर के शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। देशभर के शिल्पकार फेस्टीवल में शामिल होंगे और जिले के सेंड स्टोन, मार्बल पर कलाकृतियां उकेरेंगे। उनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियांें की प्रदर्शनी लगाई जाएगी और नीलामी भी होगी। साथ ही सबसे बेहतरीन कलाकृति को पुरस्कृत भी किया जाएगा।