
अन्न जल और वाणी का अपव्यय नहीं हो यह सबसे बड़ी सेवा है -भागवत प्रवक्ता पंडित श्री विष्णु शर्मा
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । अन्न का कण, जल की एक बूंद और बोला गया एक शब्द भी व्यर्थ नहीं हो यह गुरुवाक्य है और इसे सभी को जीवन में उतारना चाहिए ।
अन्न जल और वाणी को आवश्यकता अनुसार उपयोग करने और अपव्यय नहीं करना ही सच्ची सेवा है यह उद्गार व्यक्त किए प्रख्यात भागवत कथा प्रवक्ता पंडित विष्णु शर्मा रठानावाले ने, आप मंदसौर के अपना घर निराश्रित बालिका गृह सभागार में धर्म सभा संबोधित कर रहे थे ।

समन्वय परिवार मंदसौर इकाई द्वारा आयोजित ब्रह्मलीन जगद्गुरू शंकराचार्य पद्मभूषण महामंडलेश्वर स्वामी श्री सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज की 93वीं जन्मजयंती प्रकाशोत्सव पर्व समारोह के मुख्य वक्ता थे ।

पंडित श्री विष्णु शर्मा ने पूज्य स्वामी जी के जीवन चरित को मानव मात्र के लिए श्रेष्ठ उदाहरण बताया और कहा कि संत महात्मा का त्याग समाज कल्याण के लिए होता है ।
इस अवसर पर आपने बालिकाओं और अन्य सभी वर्ग को आव्हान किया कि जीवन में कम से कम 7 पौधे अवश्य लगाएं और उनका पोषण करें। प्रकृति और समाज से लेना ही नहीं कुछ देना भी चाहिए, तभी हम समाज और पर्यावरण संरक्षित और सुरक्षित रहेगा, यह बात हम सभी स्वामी श्री सत्यमित्रानंद जी गिरि महाराज के जीवन से सीख सकते हैं ।

इस मौके पर पंडित अरुण शर्मा डॉ दिनेश तिवारी कैलाश चंद्र पुरोहित रवीन्द्र पाण्डेय डॉ किशोर शर्मा राव विजयसिंह दिलीप कुमार गौड़ आदि ने विचार व्यक्त किए ।

समन्वय परिवार मंदसौर द्वारा पंडित श्री विष्णु शर्मा को शाल श्रीफल भेंट देकर सम्मानित किया, पूज्य स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण दीप दीपन कर पादुका पूजन किया गया।
सामुहिक प्रार्थना और आरती गुरु वंदना की गई । भजन गायक महेश गहलोत ने मधुर भजन प्रस्तुत किया ।
समारोह संचालन डॉ घनश्याम बटवाल ने और आभार समन्वय परिवार के राजेंद्र तिवारी ने माना ।
इस अवसर पर पंडित श्री विष्णु शर्मा ने धर्म अनुरागियों ओर बालिकाओं को प्रसाद स्वरूप रुद्राक्ष प्रदान किए ।
अपना घर निराश्रित बालिका गृह संस्थापक अध्यक्ष राव विजयसिंह ने पंडित श्री विष्णु शर्मा को संस्थान के सेवा प्रकल्पों की पुस्तिका ओर रामचरित मानस भेंट कर सम्मानित किया । पूज्य स्वामी जी के जन्मजयंती समारोह में अन्य वरिष्ठ गणमान्य के साथ रमेश चंद्र सैनी, कैलाश चंद्र टांडी शुभम गौड़ रमेश दत्त शर्मा मुकेश भावसार मुकेश आर्य श्रीमती संध्या शर्मा आदि तथा अपना घर परिवार एवं स्टॉफ उपस्थित रहे ।
समन्वय परिवार एवं अन्य ने बालिकाओं को भोजन प्रसाद कराया और अपना घर में चल रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन भी किया ।





