अस्पताल परिसर में सड़क पर प्रसूता ने दिया मृत बच्चे को जन्म, प्रसूति गृह स्टाफ पर लगाए रुपए मांगने के आरोप

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भिण्ड से परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट

भिण्ड: जिला अस्पताल में महिला द्वारा अस्पताल परिसर में सड़क पर डिलीवरी का मामला सामने आया है। परिजनों द्वारा डॉक्टर एवं नर्सों पर रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए अल्ट्रासाउंड करवाने के नाम पर प्रसूति गृह से बाहर निकालने की बात कही है।

मामले में अस्पताल प्रबंधन ने कार्यवाही करते हुए प्रसूति गृह के सारे स्टाफ को अन्य वार्ड में ड्यूटी पर लगा दिया है। साथ ही ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर बबिता अहिरवार सहित सभी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।

मध्यप्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने के लाख दावे भले ही करे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।

ताजा मामला भिण्ड जिला अस्पताल का है जहां बरासो थाना क्षेत्र के रजपुरा गांव की रहने वाली कल्लो बाई के प्रसव पीड़ा हुई तो उसकी सास मिथलेश उसे सोमवार की रात जिला अस्पताल लेकर पहुंची। कल्लो को छह माह का गर्भ था और उसे तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी जिसे अस्पताल स्टाफ ने गंभीरता से नहीं लिया।

प्रसूता के परिजनों का आरोप है कि जिला अस्पताल में तैनात स्टाफ ने पाँच हजार रुपये की मांग की, नहीं देने पर बाहर से प्राइवेट अल्ट्रासाउंड कराने की कहकर बाहर निकाल दिया। जिसके बाद उसकी सास कल्लो को लेकर बाहर आई। लेकिन इसी दौरान कल्लो को तेज दर्द हुआ और उसने सड़क पर ही प्री मेच्युर बच्चे को जन्म दे दिया।

प्रसूता कल्लो की सास मिथलेश का इस घटना के बाद रो-रोकर बुरा हाल है। मिथलेश रो-रोकर अस्पताल स्टाफ की अमानवता की आप बीती बता रही हैं। उनका कहना है कि डिलेवरी के लिए पाँच हजार रुपए की मांग की गई, गरीब होने के कारण रुपए नहीं दे पाए।

वहीं इस घटना के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ अनिल गोयल ने मामले में तीन डॉक्टरों की जाँच कमेटी बना दी है।

हालांकि उनका कहना है कि बच्चा गर्भ में ही मृत था और 6 माह की प्री मेच्युर डिलीवरी थी। जबकि परिजनों का कहना है कि गर्भ 8 माह का था। ऐसे में बच्चे का पीएम भी कराया जा रहा है जिससे स्थिति स्पष्ट होगी।

देखिए वीडियो: क्या कह रही हैं, मिथलेश मिर्धा, (प्रसूता महिला की सास)-

 

देखिए वीडियो: क्या कह रहे हैं, डॉ अनिल गोयल, (सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, भिण्ड)