*बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट*
बड़वानी: जिला मुख्यालय स्थित केंद्रीय जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे एक कैदी को उपचार के लिए इंदौर ले जाया गया था, इंदौर अस्पताल से छुट्टी होने के दौरान शनिवार को पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भाग निकला। इसके बाद उसने खरगोन जिले के मंडलेश्वर के समीप ग्राम भोकलाई अपने निवास पहुंचकर कीटनाशक पीकर अपनी जान दे दी।
बड़वानी केंद्रीय जेल अधीक्षक डीएस अलावा ने बताया कि 47 वर्षीय जामसिंह पुत्र झीना निवासी ग्राम भोकलाई थाना मंडलेश्वर जिला खरगोन, हत्या के मामले में सजा काट रहा था। गत दिनों उसकी जुबान पर छाले होने से उसे उपचार के लिए इंदौर एमवाय अस्पताल भेजा गया था, जहां उसे कैंसर होना बताया गया। उपचार के लिए उसका आपरेशन होना था, इसकी तारीख बाद में तय की गई थी। इसके चलते उसे शनिवार को एमवाय अस्पताल से इंदौर केंद्रीय जेल शिफ्ट किया जाना था लेकिन डिस्चार्ज होते समय जामसिंह मौजूद पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भाग निकला।
ज्ञात हो कि जामसिंह के खिलाफ वर्ष 2012 में हत्या का प्रकरण दर्ज हुआ था। इस मामले में मंडलेश्वर न्यायालय द्वारा वर्ष 2014 में उसे सजा सुनाई गई और बड़वानी केंद्रीय जेल भेजा गया था। कोविड-19 के दौरान पैरोल पर जामसिंह 120 दिन की छुट्टी पर गया था और गत 25 सितंबर को ही केंद्रीय जेल बड़वानी लौटा था। वापस आने के बाद उसने जबान पर छाले होने की शिकायत की थी। बड़वानी में उपचार के बाद गत 8 नवंबर को उसे इंदौर उपचार के लिए भेजा गया था। जानकारी अनुसार इंदौर अस्पताल से भागकर जामसिंह अपने गांव भोकलाई आया और कीटनाशक पीकर जान दे दी। पुलिस फिलहाल इस मामले में जांच कर रही है।