सोशल मीडिया पर जिस राजीव से दोस्ती की वह निकला राजीउद्दीन
झाबुआ से कमलेश नाहर की रिपोर्ट
*सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती, दोस्ती के बाद युवती, युवक से मिलने अपने गांव से हजारों किमी का सफर तय करके पहुंची बेंगलुरू जहां उसे मिला धोका।*
मामला मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ जिले के थांदला के समीपस्थ गांव का जहां 18 वर्षीय लड़की सोशल मीडिया पर बने अपने दोस्त से मिलने के लिए अपने गांव मछलईमाता (थांदला) से हजारों किलोमीटर दूर बेंगलुरु अकेले ट्रेन में चली गई। जहां लगभग डेढ़ महीने तक आरोपी ने उसके साथ बलात्कार किया। आरोपी की सच्चाई बाद में पता चलने पर जैसे-तैसे पीड़िता आरोपी के चंगुल से भागकर वापस अपने गांव आई और थांदला थाने में गुरुवार को रिपोर्ट दर्ज करवाई।
एसडीओपी रविन्द्र राठी ने जानकारी देते हुए बताया कि मछईमाता पीड़िता के पिता ने अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट 10 फरवरी को दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया था कि लड़की सुबह 9 बजे घर बिना बताए चली गई है। इधर पीड़िता अपनी गुमशुदगी के 1 वर्ष पूर्व से ही असम निवासी आरोपी हाल मुकाम बेंगलुरू के संपर्क में थी। आरोपी ने पहले उससे दोस्ती की और दोस्ती के बाद आरोपी ने उसे बेंगलुरु बुलाया। पीड़िता अपने दोस्त से मिलने के अंधेपन में घर-बार छोड़कर अकेली ट्रेन में बैठकर थांदला विकासखंड के मछलईमाता गांव से हजारों किलोमीटर दूर बेंगलुरु पहुंच गई। आरोपी बेंगलुरु में ही एक होटल का सुपरवाइजर है। आरोपी ने पीड़िता को होटल के पास एक किराए के घर में रखा। जहां उसने लगभग डेढ़ माह तक पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। आरोपी ने अपनी पहचान छुपा कर पीड़िता को अपना नाम राजीव बताया। जबकी पीड़िता को हकीकत पता चली कि आरोपी का नाम राजीउद्दीन पिता अब्दुल मजीद निवासी असम हैं। तो उसके होश उड़ गए। पीड़िता आरोपी के चुंगल से निकलकर अपने गांव पिता के पास आई। घटना की पूरी जानकारी अपने परिजनों के बताई। जिसके बाद थांदला थाने में उक्त मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है।मामले में आरोपी पर आईपीसी की धारा 366, 372 (2) एन, एससीएसटी एक्ट 325 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। मामले में आरोपी फरार बताया जा रहा है।