पलायन का दंश: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे पर मजदूरी कर रहे झाबुआ के 3 लोगों का काल बनकर आया ट्रक, मौके पर मौत

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पलायन का दंश: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे पर मजदूरी कर रहे झाबुआ के 3 लोगों का काल बनकर आया ट्रक, मौके पर मौत

 

झाबुआ से कमलेश नाहर की रिपोर्ट

झाबुआ: रोज़गार की तलाश में घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर गए मजदूरों पर शनिवार को काल बनकर तेज रफ्तार ट्रक टूट पड़ा। झाबुआ जिले के बामनिया क्षेत्र से पलायन कर गए मजदूर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे (8 लेन) पर काम कर रहे थे, तभी अचानक तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें रौंद दिया। हादसे में तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार, बामनिया के पास ग्राम रतनाली से लगभग 15 मजदूर ठेकेदार के माध्यम से एक्सप्रेसवे पर मजदूरी करने गए थे। वे बड़ौदा के पास सड़क किनारे लोहे की जाली लगाने का कार्य कर रहे थे। तभी अचानक तेज रफ्तार ट्रक अनियंत्रित होकर सीधे मजदूरों के ऊपर चढ़ गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई और एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

 *मृतकों की पहचान* 

मोवान पिता भिंडु मुनिया,जानू पिता कोदर भूरिया,बलसिंह पिता मकना गेहलोद के रूप में हुई है।इस दुर्घटना में शिवा पिता बालू भूरिया गम्भीर रूप से घायल हुआ है।घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। अन्य मजदूरों ने किसी तरह अपनी जान बचाई और पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी। घायल मजदूर को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। जैसे ही हादसे की खबर गांव पहुंची, रतनाली और आसपास के इलाकों में मातम छा गया। जिन परिवारों ने अपने बच्चों को आजीविका के लिए बाहर भेजा था अब उनके शव घर लौट रहे हैं।

 *पलायन की मजबूरी, झाबुआ जिले की पीड़ा*

झाबुआ जिले से बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष काम की तलाश में दूर दूर तक जाने लगे हैं।

गांव के लोगों ने कहा कि रोजगार के अवसर न होने के कारण हर साल सैकड़ों मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं। परदेस में वही मजदूर रोज़ दो वक्त की रोटी के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं। लेकिन इस बार रोटी की तलाश उन्हें मौत के मुंह तक ले गई। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता और स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था दी जाए, ताकि कोई और परिवार यूं न उजड़े।