Deafness From Twine Bomb : बैन किए सुतली बम से युवक के कान का पर्दा फटा! 

पटाखे के कारण 5 अन्य की आंख की रोशनी चली गई, इसमें 3 बच्चे!

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Deafness From Twine Bomb : बैन किए सुतली बम से युवक के कान का पर्दा फटा! 

Bhopal : जिला प्रशासन की तरफ से प्रतिबंधित सुतली बम फोड़ने से एक युवक के कान का पर्दा फट गया। युवक और उसके दोस्त दिवाली की रात सुतली बम फोड़ रहे थे। युवक को पहले सीटी जैसी आवाज आई और फिर सुनाई देना बंद हो गया। प्रशासन ने इस पटाखे को प्रतिबंधित किया था, इसके बावजूद चोरी छुपे बिके। इसके अलावा शहर में पटाखे के कारण 5 अन्य की आंख की रोशनी चली गई। आतिशबाजी से पांच लोगों की आंख की रोशनी भी चली गई, इसमें तीन बच्चे शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक, युवक और उसके दोस्त दिवाली की रात सुतली बम फोड़ रहे थे। एक बम युवक के पास ही फट गया, जिससे उसके कान में सीटी की आवाज आने लगी। युवक सामान्य बात मानकर रात में सो गया। रातभर कान में दर्द हो रहा था। सुबह अचानक दर्द बढ़ गया और आवाज सुनाई देना भी बंद हो गया। वह डॉक्टर के पहुंचा, जब जांच की तो पता चला कि कान का पर्दा ही फट गया और अंदर जख्म भी हो गया है।

 

मानकों से अधिक शोर दर्ज

दिवाली की रात भोपाल में ध्वनि के निर्धारित मानकों से अधिक शोर दर्ज किया गया। पहली बार ध्वनि प्रदूषण की जांच के लिए ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशन लगाए गए थे। दिवाली की रात साइलेंस जोन यानी संत हिरदाराम नगर में अस्पताल के पास लगे स्टेशन में ध्वनि प्रदूषण अधिकतम 98.1 डेसीबल दर्ज किया गया। जबकि, यह रात में 40 डेसीबल होना चाहिए। वहीं, आवासीय क्षेत्र पर्यावरण परिसर में लगे मॉनिटरिंग स्टेशन में ध्वनि प्रदूषण 95.5 डेसिबल दर्ज किया गया। जबकि यह रात में 45 डेसिबल तक रहना चाहिए।

कमर्शियल क्षेत्र हमीदिया रोड पर लगे मॉनिटरिंग सिस्टम में अधिकतम ध्वनि प्रदूषण 109.6 डेसिबल दर्ज किया गया, जबकि यह रात में 70 डेसीबल रहना चाहिए। इसके अलावा गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र के मॉनिटरिंग सिस्टम में ध्वनि प्रदूषण 98.1 डेसीबल दर्ज किया गया, जबकि यह रात में 70 डेसीबल रहना चाहिए।