बाबा साहब पर वाक् युद्ध जारी है…

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बाबा साहब पर वाक् युद्ध जारी है…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मध्य प्रदेश में बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति हाईकोर्ट परिसर में लगाने को लेकर पिछले काफी समय से कांग्रेस-भाजपा का वाक युद्ध जारी है। सही मायने में देखा जाए तो मूर्ति पर इस वाक् युद्ध के सामने इजरायल-अमेरिका और ईरान का युद्ध भी मामूली नजर आ रहा है। इधर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने है। और वाक् युद्ध शीर्ष पर है। कांग्रेस संविधान पर हमला बताते हुए इसे बर्दाश्त न करने की बात कह रही है। कांग्रेस का मानना है कि बाबा साहब की मूर्ति के खिलाफ साजिश संविधान पर सीधा हमला है। तो भाजपा का मानना है कि बाबा साहब के अंतिम संस्कार के लिए जिस कांग्रेस ने जमीन तक नहीं दी वह जनता को भ्रमित कर रही है। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नेतृत्व में गठित कमेटी के निर्णय का सरकार पालन करेगी। 55 सालों तक सरकार में रही कांग्रेस यह बताए कि बाबा साहब के लिए क्या किया? बाबा साहब के अपमान के लिए कांग्रेस बिना शर्त माफी मांगकर उपवास करे। कांग्रेस अंबेडकर विरोधी, आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है। जो कांग्रेस बाबा साहब का सम्मान न कर सकी, वह वोट बैंक के लिए नौटंकी कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि ग्वालियर उच्च न्यायालय परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना को लेकर खड़ा किया गया विवाद अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।यह संविधान विरोधी ताकतों की सुनियोजित साजिश है, जो देश के मूलभूत सिद्धांतों को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। भोपाल में आयोजित “संविधान सत्याग्रह” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीतू पटवारी ने अपने मन की बात साझा की।पटवारी ने कहा कि “हम बाबा साहब अंबेडकर के विचारों और उनके द्वारा रचित संविधान की रक्षा के लिए हर मंच से संघर्ष करेंगे। ग्वालियर में मूर्ति स्थापना को लेकर जो विवाद खड़ा किया गया है, वह सिर्फ बाबा साहब पर नहीं, पूरे भारत के लोकतंत्र पर हमला है।”

तो मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि ग्वालियर की घटना को लेकर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नेतृत्व में गठित कमेटी जो निर्णय करेगी, सरकार उसका पालन करेगी। कांग्रेस ग्वालियर की घटना को लेकर जनता को भ्रमित कर रही है, उसकी वास्तविकता को देश और प्रदेश की जनता भलीभांति जानती है और उनका यह आडंबर चलने वाला नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि ग्वालियर की घटना न्यायालयीन मामला है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश सरकार न्यायालय के हर आदेश का सम्मान करती है और पूरी संवदेनशीलता के साथ काम करती है। मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश में तेजी से जनाधार खो रही है। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने धारा 370 का विरोध किया था, उसके बावजूद कांग्रेस की सरकार ने दबाव डालकर संविधान में अनुच्छेद 370 जोड़ा था। बाबा साहब की आत्मा उस दिन रोई थी, जब जम्मू-कश्मीर में अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को धारा 370 के माध्यम से उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया था। विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से दोहरे चरित्र वाली पार्टी रही है तथा झूठ, छल, कपट की राजनीति करती रही है। कांग्रेस पार्टी ने जीते जी तो बाबा साहब का अपमान किया ही, मरणोपरांत उनके विचारों के साथ भी अन्याय करती रही है।

संविधान और बाबा साहब को लेकर भाजपा कांग्रेस जिस तरह की आरोप प्रत्यारोप की बरसात पहले करती रही है वही अब भी चल रहा है। और सही तो यही है कि मूर्ति तो एक बहाना है, पर बाबा साहब को अपना बनाने की होड़ जारी है। और चुनाव नजदीक आते-आते वाक् युद्ध मानो असल युद्ध में बदलता दिखाई देने लगेगा। भले ही तब तक हो सकता है बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति हाईकोर्ट परिसर में स्थापित हो जाए लेकिन तब भी बाबा पर अपना अपना दावा करने में भाजपा और कांग्रेस ही आमने-सामने रहेगी। बाबा जिंदा रहते भी संघर्ष करते रहे और अभी भी उनको लेकर वह सभी संघर्ष कर रहे हैं जो तब उनके संघर्ष में शामिल नहीं थे। मूर्ति तो एक पड़ाव है वोट बैंक के नजरिए से देखा जाए तो बाबा साहब को लेकर वाक् युद्ध हमेशा जारी रहना, भारतीय राजनीति की नियति ही है…।