बुरखा पहन पहुची महिला ने किए महाकाल दर्शन, जानिए फिर क्या हुआ

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उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन। बाबा महाकालेश्वर मंदिर में सुबह एक महिला अपनी मां व रिश्तेदार के साथ बुर्का पहनकर महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंच गई । दर्शनों के बाद लौटते समय लोगों ने आपत्ति ली तो महाकाल पुलिस उसे थाने ले गई जहां महिला ने पुलिस अफसरों से कहा कि मुझे जिन्न ने आदेश दिया था इस कारण बुर्का पहनकर मंदिर में गई थी।

महिला के रिश्तेदार किशन पिता डालचंद निवासी भीलवाड़ा ने बताया कि वह लक्ष्मी और उसकी मां के साथ बस से सुबह उज्जैन पहुंचे थे। लक्ष्मी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसे ऊपरी हवा का चक्कर है। लक्ष्मी को जिन्न ने आदेश दिया कि बुर्का पहनकर महाकाल भगवान के दर्शन करो तो हवा का चक्कर दूर हो जायेगा।

इस कारण उसकी मां को लेकर उज्जैन आये।

वर्तमान में महाकालेश्वर मंदिर में सामान्य दर्शनार्थियों को बड़ा गणेश के सामने घाटी से गेट नंबर 1 से प्रवेश दिया जा रहा है। गेट के सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि जब महिला बुर्का पहनकर प्रवेश कर रही थी तो उसे रोका और निरीक्षक को सूचना दी।

प्रवेश गेट पर खड़े निरीक्षक वीर बहादुर सिंह ने महिला को आगे आने की अनुमति दी और गेट पर रोक लिया तभी सिक्युरिटी कंपनी के सुपरवाइजर अजय बैरागी ने कहा कि साहब से बात हो गई है जाने दो तो महिला को जाने की अनुमति दी गई । बुरखा पहने लक्ष्मी से महिला सिक्योरिटी ने भी कहा कि चैंजिंग रूम में जाकर साड़ी पहन लो, बुरखे में मंदिर नहीं जा सकतीं, लेकिन सुपरवाइजर अजय बैरागी और गेट निरीक्षक वीर बहादुर सिंह के बीच बात होने के बाद महिला गार्ड उसे कार्तिकेय मंडपम तक ले गईं। भगवान के दर्शनों के बाद उससे बुरखा उतारने को कहा गया ।

महाकाल थाना प्रभारी मुनेन्द्र गौतम ने बताया कि महिला बुर्का पहनकर मंदिर में दर्शन करने पहुंची। कुछ लोगों ने आपत्ति ली तो चौकी पर पदस्थ पुलिसकर्मियों ने उसे रोका व थाने पर सूचना दी।

महिला, उसकी मां और रिश्तेदार को थाने लेकर आये जहां पूछताछ की तो महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लगी। वह कह रही थी मुझे जिन्न ने आदेश दिया है इस कारण बुर्का पहनकर मंदिर में गई थी। उसकी मां व रिश्तेदार सभी के आधार कार्ड चैक किये हैं वह भीलवाड़ा राजस्थान की रहन वाली है।