कर्ज में गले तक डूबी दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, ठप हो सकता है कामकाज
नई दिल्ली. अमेरिका में संघीय सरकार का कुल राष्ट्रीय कर्ज 34,000 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया है. कर्ज के इस स्तर से पता चलता है कि आने वाले वर्षों में सरकार को देश के बही-खाते को सुधारने के लिए राजनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर कई चुनौतियों से जूझना पड़ेगा.
अमेरिकी वित्त विभाग ने मंगलवार को देश की वित्तीय स्थिति पर एक रिपोर्ट जारी की है. यह राजनीतिक रूप से बंटे देश के लिए तनाव पैदा करने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार, बिना वार्षिक बजट के सरकार के कामकाज के कुछ हिस्सा ठप हो सकता है. रिपब्लिकन सांसदों और व्हाइट हाउस ने पिछले साल जून में देश की ऋण सीमा को अस्थायी रूप से हटाने पर सहमति व्यक्त की थी, जिससे ऐतिहासिक चूक या ‘डिफॉल्ट’ का जोखिम टल गया था. यह समझौता जनवरी, 2025 तक चलेगा.
कर्ज अनुमान से भी तेज बढ़ा
अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज कहीं अधिक तेजी से बढ़ा है. कांग्रेस के बजट कार्यालय ने जनवरी, 2020 में वित्त वर्ष 2028-29 में सकल संघीय ऋण 34,000 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान लगाया था. लेकिन 2020 में शुरू हुई कोविड महामारी की वजह से कर्ज इस स्तर पर अनुमान से कई साल पहले पहुंच गया है.
फिलहाल कोई असर नहीं
राष्ट्रीय कर्ज का फिलहाल अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर कोई बोझ नहीं दिख रहा है, क्योंकि निवेशक संघीय सरकार को कर्ज देने को तैयार हैं. यह कर्ज सरकार को कर बढ़ाए बिना कार्यक्रमों पर खर्च जारी रखने की अनुमति देता है. हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दशकों में कर्ज का यह रास्ता राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे कई बड़े कार्यक्रमों को जोखिम में डाल सकता है.
जापान पर सबसे बड़ा कर्ज
अगर डॉलर या फिस्कल टर्म्स में देखा जाए जो सबसे अधिक राष्ट्र्रीय कर्ज यूएस पर है. लेकिन इसे अगर जीडीपी के अनुपात में देखा जाए तो जापान दुनिया के विकसित देशों में सबसे ज्यादा कर्ज वाला देश है. जापान पर उसकी जीडीपी के मुकाबले 260 फीसदी कर्ज है. वही यूएस पर उसकी जीडीपी के मुकाबले 121 फीसदी कर्ज है.