
Theft of a Newborn Baby : शिवपुरी जिला अस्पताल से नवजात बच्ची की चोरी , 30 हजार का इनाम घोषित
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिला अस्पताल से नवजात बच्ची चोरी हो गई। रोशनी आदिवासी की दो दिन पहले डिलीवरी हुई थी और हाई डिपेंडेंसी यूनिट में एडमिट थी। एक महिला ने खुद को आशा वर्कर बताते हुए परिवार से पहचान बनाई और फिर बच्चे को घुमाने के बहाने ले गई। सुबह 4 बजे के करीब महिला बच्ची को लेकर भाग निकली। महिला पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है
शिवपुरी। जिला अस्पताल से बुधवार की सुबह एक अज्ञात महिला आदिवासी प्रसूता की एक दिन की बच्ची चोरी करके ले गई। महिला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। इस घटना से हॉस्पिटल प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है. पुलिस सूचना मिलने के बाद से महिला की तलाश में जुट गई है। पुलिस अधीक्षक ने महिला का पता बताने वाले को 30 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
जानकारी के अनुसार बामौरकलां के विशुनपुरा निवासी रोशनी पत्नी सुनील आदिवासी उम्र 23 साल को 27 अक्टूबर को प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। 27-28 अक्टूबर की दरम्यानी रात 1:56 बजे उसने एक बच्ची को जन्म दिया। प्रसूता की हालत गंभीर होने के कारण उसे मेटरनिटी विंग के एचडीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया। इसी क्रम में 28 अक्टूबर की रात एक अज्ञात महिला प्रसूता की ननद रामवती से मिली। उसने रामवती से बातें करते हुए खुद को उनके गांव की आशा कार्यकर्ता की रिश्तेदार बता कर उनसे पहचान कर ली, तथा अपना नाम लता आदिवासी बताया।
वह पूरी रात उनके संपर्क में रही, वह प्रसूता के लिए खाने-पीने का सामान, चाय-दूध आदि भी लेकर आई। प्रसूता के स्वजनों के अनुसार उक्त लता नामक महिला ने उन्हें बताया कि उसके यहां बच्चा नहीं है। इसी क्रम में 29 अक्टूबर की सुबह करीब 4 बजकर 48 मिनट पर वह महिला प्रसूता व उसकी सास से यह कहकर बच्ची को बेड से उठा लाई कि, वह बच्ची को अपने पति सुनील को खिलाने के लिए ले जा रही है।
इसके बाद वह बच्ची को लेकर फरार हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद से पुलिस ने महिला की तलाश में शहर भर के सीसीटीवी कैमरे खंगालने के साथ-साथ बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि जगह पर महिला की तलाश और पहचान में जुटी हुई है। पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने महिला की पहचान बताने वाले को 30 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है





