बैतूल जिला मुख्यालय पर एक कबाड़ी के गोदाम में एक बम मिलने से मचा हड़कंप
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रपट
बैतूल। बैतूल जिला मुख्यालय में 15 अगस्त और सी एम के 12 अगस्त के भैसदेही आगमन के मद्देनजर एलर्ट मोड पर एक्टिव पुलिस ने आज मुर्गी चौक क्षेत्र में एक कबाड़ी के गोदाम से कुछ विस्फोटक बरामद किए हैं। इनमें एक जिंदा बम होने की संभावना भी व्यक्त की गई है। उस संभावित बम की जांच करने के लिए नर्मदापुरम से बम डिस्पोजल स्क्वायड को बुलाया गया है।
विस्फोटक मिलने के बाद घर समेत पूरे क्षेत्र को सील कर खजानपुर की ओर जाने वाले मार्ग को भी बंद कर दिया गया है। ज्ञात रहे कि खजानपुर से सटे मुर्गी चौक इलाके में नईम कबाड़ी का गोडाउन है। एसपी के निर्देश पर पुलिस आज शुक्रवार को उक्त कबाड़ी के गोदाम पर जांच के लिए पहुंची थी। जांच के दौरान पुलिस टीम को बम के करीब 12 खोल मिले हैं। वहीं, एक बम जिंदा सा लग रहा है।
बताया जाता है कि नईम का पूरा परिवार भी यहीं रहता है, इसलिए पूरे परिवार को पुलिस ने वहां से हटा दिया है। वहीं नर्मदापुरम से बम डिस्पोजल टीम को बुलवाया गया है। पुलिस ने बम के किसी भी आयुध निर्माणी से कनेक्शन की जांच भी शुरू कर दी है। फिलहाल गोदाम को सील कर दिया गया है। पुलिस मीडिया को बताया कि शुक्रवार सुबह सूचना मिली थी कि शहर के खज़ानपुर में लोहा पुलिया के पास नईम पिता यासिम कुरैशी के कबाड़ के गोदाम में बम रखे है। सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुँच गया।
पुलिस के मुताबिक गोदाम से 11 बम के खाली खोके और एक जिंदा बम होने की संभावना वाला विस्फोटक मिला है। यह एयरफोर्स का बम होना बताया जा रहा है। कबाड़ी ने पुलिस को बताया कि यह बम कबाड़ जमा करने वाले युवकों द्वारा लाये गए है। जिनकी पुलिस जांच कर रही है।
बैतूल के गोदाम में मिले संभावित बम की जानकारी एयरफोर्स आमला और बम निरोधक दस्ता नर्मदापुरम को दे दी गई है। टीम मौके पर पहुँचकर जांच करेगी। गोदाम में कुल 12 बम मिले है। जिसमे एक बम एक्टिव होने की संभावना है। पुलिस निगरानी में लगी है। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से पूरे क्षेत्र को ही सील कर दिया है। खजानपुर की ओर जाने वाला मार्ग भी बंद कर दिया है। क्षेत्र में लोगों को सावधान रहने की हिदायत दी गई है।
कबाड़ी नईम ने पुलिस को बताया कि जब वह गोदाम पर नहीं था उसके कर्मचारी ने किसी बर्तन वाले से यह खोल लिए थे। तब उन्हें बताया गया था कि यह टुकड़े-टुकड़े में हैं, इसलिए जिस बोरी में यह दिए गए थे,उसे खोल कर भी नहीं देखा। आज जांच में पता चला की यह खोल बम के हैं। उन्होंने बताया कि अक्सर लोग बर्तन के बदले ग्रामीणों से लोहा वगैरह खरीदते हैं। संभव है कि उन्होंने भी यह खोल आमला या पंचामा से आए किसी ग्रामीण से लिए होंगे।