Israel-Hamas war : 2 दिन के भीतर 1000 मौतें,दुनिया भर में मची हलचल

536

Israel-Hamas war : 2 दिन के भीतर 1000 मौतें,दुनिया भर में मची हलचल

image 22 3 1024x576 1

तंकवादी समूह हमास की ओर से अचानक किए गए हमले के बाद इजरायल में मरने वालों की संख्या 600 को पार कर गई है। कई इजरायली मीडिया आउटलेट्स ने यह अपडेट दिया है। कॉन पब्लिक ब्रॉडकास्टर, चैनल 12, हारेत्ज और टाइम्स ऑफ इजराइल की ओर से रविवार को मृतकों की यह संख्या बताई गई।

मालूम हो कि शनिवार तड़के शुरू हुई लड़ाई के बाद इजरायली पक्ष की ओर से मरने वालों की संख्या पर आधिकारिक बयान नहीं आया है। फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि गाजा में 300 से अधिक लोग मारे गए हैं। हालांकि, इसमें लड़ाकों और नागरिकों के बीच अंतर नहीं किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने भी अब जवाबी कार्रवाई में हमास के आतंकवादियों पर कहर ढाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि इजरायल ने हमास के खिलाफ अपने टैंक उतार दिए हैं। ये टैंक दक्षिणी इलाकों में तैनात किए गए हैं। इजराइली सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक विवादित इलाके में हिजबुल्ला के ठिकानों पर ड्रोन हमले किए। इस इलाके की सीमा इजराइल, लेबनान और सीरिया से लगती है। इजराइल के एक अधिकारी ने बताया कि सेना ने 400 आतंकवादियों को मार गिराया है और कई आतंकियों को पकड़ लिया गया है। इजराइली सेना ने बताया कि उसने गाजा में 426 ठिकानों पर हमले किए और बड़े-बड़े विस्फोटों से कई रिहायशी इमारतें ढेर कर दीं। इस तरह इजरायल और हमास की जंग में 2 दिन के भीतर 1000 लोगों की मौत हो चुकी है और हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं।

महिला उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई के लिए ईरान की नर्गिस मोहम्मदी को नोबेल शांति पुरस्कार /

इजरायल में आपातकालीन एकता सरकार पर मंथन
इस बीच, इजरायल के शीर्ष नेताओं ने इस जटिल स्थिति से निपटने के लिए अपने मतभेदों को दरकिनार करते हुए देश में आपातकालीन राष्ट्रीय एकता सरकार बनाने की संभावना पर चर्चा शुरू कर दी है। इजराइल के दैनिक समाचारपत्र हारेत्ज की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और विपक्षी नेता यायर लापिड, बेनी गैंट्ज ने शनिवार को चर्चा की। इस दौरान नेतन्याहू की सरकार में शामिल होने की संभावना पर चर्चा की गई। दोनों विपक्षी नेताओं ने सरकार में शामिल होने को लेकर अपनी इच्छा व्यक्त की, लेकिन लापिड ने दक्षिणपंथी नेताओं और मंत्रियों के अलावा बेजेलल स्मोट्रिच और इटमार बेन-ग्विर को हटाने की मांग की। बेनी गैंट्ज दोनों के साथ सरकार में शामिल होने को लेकर सहमत हो गए हैं।

हमास का हमला इजरायल की खुफिया विफलता?
दूसरी ओर, सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि हमास का हमला इजरायली खुफिया एजेंसियों की जबरदस्त विफलता का नतीजा है। इजरायली सेना के अनुसार, हमास के आतंकवादियों ने गाजा पट्टी से इजरायल में 3,000 से अधिक रॉकेट दागे। हमास ने शनिवार को इजरायल पर अभूतपूर्व हमला करते हुए हजारों रॉकेट दागे और उसके सैकड़ों लड़ाके हवाई, जमीनी और समुद्र के रास्ते इजरायली सीमा में घुस गए। हमला शुरू होने के कई घंटे बाद भी हमास के चरमपंथी कई इजरायली इलाकों में गोलीबारी कर रहे थे। हमास के इस हमले ने इजरायल को चौंका दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इजरायल को हमेशा अपनी खुफिया एजेंसियों, घरेलू यूनिट शिन बेट और विशेष रूप से अपनी बाहरी जासूसी एजेंसी मोसाद पर गर्व रहा है, लेकिन इस हमले से उसकी खुफिया विफलता दिखाई पड़ती है।

सिंगापुर कर रहा है COVID-19 की लहर का सामना , स्वास्थ्य मंत्री ने जारी किया अलर्ट