

तीसरी संतान की ख़ुशी थी पर महिला शिक्षिका को गंवानी पड़ी नौकरी!
छतरपुर: छतरपुर जिले में एक शिक्षिका रंजीता साहू को तीसरी संतान की ख़ुशी जरूर थी पर उन्होंने उन्हें इसके बदले अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
दरअसल श्रीमती साहू माध्यमिक शिक्षक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धमोरा, छतरपुर की तीसरी संतान होने के पश्चात उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने संबंधी प्रतिवेदन संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सागर को उपलब्ध कराया गया था। इस संबंध में संयुक्त संचालक द्वारा साहू से उत्तर चाहा गया था। समाधान कारक उत्तर नहीं पाए जाने पर उनके विरुद्ध जांच की गई ।
जांच में प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार श्रीमती साहू को तृतीय संतान को जन्म देने से मध्य प्रदेश पंचायत संविदा शाला नियोजन एवं संविदा की शर्तें नियम 2005 का उल्लंघन पाया गया। अध्यापक के पद पर रहते हुए शासकीय सेवा के दौरान तीसरी संतान का जन्म होने संबंधी तथ्य को छुपाते हुए स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत नवीन कैडर में माध्यमिक शिक्षा के पद पर नियुक्ति तथा शासन की योजनाओं के तहत नियम सुविधाओं का लाभ होना प्रमाणित पाया गया।
इस प्रकार शिक्षिका द्वारा विभागीय जांच में आरोप प्रमाणित पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए शासन ने उनकी शासकीय सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी।