पतले दुबले विष्णु दत्त शर्मा की मध्यप्रदेश में सबसे मोटी जीत तय…
मध्यप्रदेश में पहले चरण की छह लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल 2024 को चुनाव संपन्न हो चुका है। पहले चरण में सर्वाधिक चर्चित सीट छिंदवाड़ा रही है। छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र फतह करने के लिए भाजपा ने जी जान लगा दी है। और वहां मत प्रतिशत बढ़ने से भाजपा के खेमे में खुशी का माहौल है। इसके साथ ही दूसरे चरण की लोकसभा सीटों की चर्चा शुरू हो गई है। दूसरे चरण में सर्वाधिक चर्चित सीट खजुराहो मानी जा रही है। खजुराहो सीट की चर्चा कई वजहों से है। इंडी गठबंधन ने मध्यप्रदेश में सपा के हाथों यह इकलौती सीट सौंपी थी। और सपा ने पहले मनोज यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। बाद में उन्हें सपा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया और उनकी जगह खजुराहो से मीरा यादव को उम्मीदवार बना दिया। इसके बाद खजुराहो तब और ज्यादा चर्चा में आ गई जब निर्वाचन अधिकारी ने मीरा यादव का नामांकन पत्र निरस्त कर दिया। इसके बाद खजुराहो संसदीय सीट फिर चर्चा में तब आई, जब इंडी गठबंधन ने पहले से ही मैदान में उतर चुके आरबी प्रजापति को अपना समर्थन दे दिया। आइएनडीआइए ने मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट के लिए ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लाक (एआइएफबी) के आरबी प्रजापति को कांग्रेस, सपा समेत गठबंधन में शामिल दलों का साझा प्रत्याशी घोषित किया है। पर चर्चा में खजुराहो इसलिए भी है कि यहां के मतदाताओं की नजर में अब भाजपा प्रत्याशी विष्णु दत्त शर्मा के सामने मैदान खाली है। एआइएफबी और बसपा प्रत्याशी मतदाताओं को मैदान में भी नजर नहीं आ रहे हैं। खैर अब चर्चा के यह सभी मुद्दे गौण हो गए हैं। अब सर्वाधिक चर्चा इस बात की है कि इस बार मध्यप्रदेश में सर्वाधिक अंतर से जीत वाली लोकसभा सीट खजुराहो बनने जा रही है। भारतीय जनता पार्टी देश में “अबकी बार चार सौ पार” के नारे के साथ मैदान में है, तो खजुराहो के मैदान में “अबकी बार दस लाख पार” जीत का नारा जुबां पर है।
खजुराहो संसदीय क्षेत्र की ग्राउंड रिपोर्ट इस बात की गवाही दे रही है। यहां के मतदाता खुले मन से स्वीकार कर रहे हैं कि खजुराहो संसदीय क्षेत्र में विष्णु दत्त शर्मा के साथ विकास का नया युग शुरू हुआ है। मतदाताओं का मानना है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से ही यहां की सभी आठ विधानसभा सीटों पर भाजपा विजयी हुई है। खजुराहो संसदीय क्षेत्र में छतरपुर जिले की चंदला, राजनगर, पन्ना जिले की सभी विधानसभा सीट पवई, गुन्नौर और पन्ना , कटनी जिले की विजयराघवगढ़, मुरवारा और बहोरीबंद शामिल हैं। मतदाताओं का मानना है कि विष्णु दत्त शर्मा यहां के सांसद नहीं हैं बल्कि जन-जन के दिलों में बसने वाले जननायक हैं। उनके सांसद बनने के बाद यहां के बच्चे भी उनसे सीधे जुड़े हैं। और कोई भी समस्या हो तो सीधे उनको फोन लगाकर बात कर लेते हैं। और हर समस्या का सौ फीसदी समाधान हो जाता है। विकास की तस्वीर यह है कि पन्ना जिले के दूरस्थ जंगल में बसे आदिवासी क्षेत्र कल्दा में 20 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सभा थी। हमें खुद आश्चर्य हुआ कि कल्दा तक सड़क बनी है। बिजली भी है और पानी भी है। कच्चे घर नजर आ रहे हैं तो पक्के घर भी है, बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास की देन हैं। बड़ा देव का चबूतरा बना है और जंगल में मंगल जैसा वातावरण है।
कल्दा जाते समय खजुराहो संसदीय क्षेत्र की जिस-जिस बस्ती से हम गुजरे, वह भगवामय नजर आई। ताज्जुब की बात यह है कि कहीं भी दूसरे दल का नाम किसी की जुबां पर नजर नहीं आया। किसी दूसरे दल का झंडा-बैनर या प्रचार करता कोई वाहन भी नहीं दिखा। वहीं भाजपा के सामने मैदान में कोई नजर न भी आ रहा हो, तब भी प्रत्याशी विष्णु दत्त शर्मा, सभी विधायक, पदाधिकारी और बूथ और मंडल के त्रिदेव, पंच परमेश्वर सभी दिन-रात अथक परिश्रम में जुटे हैं। मैदान खाली होने का भ्रम भी किसी ने नहीं पाला है। विष्णु दत्त शर्मा की लोकप्रियता ऐसी है कि सिक्किम से रामभजन मतदान करने सलेहा आ गए हैं। जुगल किशोर मंदिर के बाहर एक माताजी आशीर्वाद देती हैं कि विष्णु की एकतरफा जीत होगी। प्रचार करते समय विष्णु दत्त सहजता से चाय नाश्ता की दुकान पर भी रुकते हैं। लोगों से सहजता से मिलते हैं। बच्चों और बड़ों सभी के संग फोटो भी खिंचवाते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक दिन पहले ही दमोह की सभा में कहा था कि खजुराहो लोकसभा से हमारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा जी को भारी बहुमत से विजयी बनाना है। विष्णु दत्त शर्मा पतले दुबले दिखते हैं लेकिन इनके नेतृत्व में भाजपा ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में एक नया इतिहास रच दिया है। और वही इतिहास लोकसभा चुनाव में भी रचने वाला है। और खजुराहो संसदीय क्षेत्र से तो पतले दुबले विष्णु दत्त शर्मा की मध्यप्रदेश में सबसे मोटी जीत होना तय है…।