Third Case of HMPV : भारत में चीनी वायरस HMPV के 3 केस मिले, तीनों एक साल से कम के बच्चे!

260
Third Case of HMPV

Third Case of HMPV : भारत में चीनी वायरस HMPV के 3 केस मिले, तीनों एक साल से कम के बच्चे!

कर्नाटक में 8 और 3 महीने के बच्चे पॉजिटिव, गुजरात में 2 महीने का बच्चा पॉजिटिव!

New Delhi : देश में संदिग्ध वायरस एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस) का तीसरा मामला सामने आया। यह वायरस चीन से आया है। सोमवार को अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) का संक्रमण मिला। यह बच्चा राजस्थान का है और इलाज के लिए अहमदाबाद लाया गया है। इससे पहले सोमवार सुबह कर्नाटक में 3 महीने की बच्ची और 8 महीने के बच्चे में भी यह वायरस मिला। दोनों बच्चों की जांच बेंगलुरु के एक अस्पताल में की गई थी। गुजरात का बच्चा पहले से बीमार था। कर्नाटक में रुटीन जांच में उसे वायरस मिला।

Also Read: Work Distribution in MHA; MP कैडर के 1996 बैच के IAS अधिकारी नितेश व्यास बने UT के एडिशनल सेक्रेटरी

अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे की तबीयत खराब होने पर 15 दिन पहले उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उस बच्चे को सर्दी और तेज बुखार था। शुरुआत में 5 दिन तक उसे वेंटिलेटर पर भी रखा गया। इसके बाद हुई जांचों में वायरस के संक्रमण का पता चला। कर्नाटक के दोनों मामलों के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बच्चे रुटीन जांच के लिए अस्पताल पहुंचे थे। टेस्ट कराने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

WhatsApp Image 2025 01 06 at 18.06.04

हालांकि, कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया कि बच्चों के सैंपल निजी अस्पताल में जांचे गए और उन्होंने सरकारी लैब में जांच नहीं कराई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कर्नाटक में दो बच्चों में एचएमपीवी संक्रमण की जानकारी दी। इस वायरस के लक्षण कोविड जैसे हैं और छोटे बच्चों पर इसका सबसे ज्यादा असर देखा गया। एचएमपीवी संक्रमित होने पर मरीजों में सर्दी और कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। इनमें 2 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने इसे फ्लू वायरस बताया

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि दो बच्चों में वायरस की पुष्टि हुई है। ये देखकर मैंने तुरंत कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव से बात की। सरकार इस वायरस को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। जबकि, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा कि यह कोई वायरस नहीं है। एचएमपीवी एक फ्लू वायरस है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हम अपने पैनल के साथ बैठक कर रहे हैं। इस पर भारत सरकार और आईसीएमआर से भी चर्चा करेंगे।

Also Read: Inhumanity of Police: 2 राज्यों की सीमा विवाद में ढाई घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा युवक का शव

फ्लू जैसी बीमारियों की जांच के लिए सिस्टम मौजूद

सरकार ने कहा कि भारत में आईसीएमआर और आईडीएसपी के जरिए इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और इन्फ्लूएंजा के लिए गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के लिए मजबूत निगरानी सिस्टम मौजूद है। दोनों एजेंसियों के आंकड़ों से पता चलता है कि इन मामलों में कोई असामान्य बढ़त नहीं हुई। हालांकि यह भी कहा गया कि एहतियात के तौर पर आईसीएमआर, एचएमपीवी की टेस्टिंग करने वाली लैब की संख्या बढ़ाएगा। साथ ही पूरे साल एचएमपीवी के मामलों पर नजर रखेगा।

क्या है एचएमपीवी वायरस

एचएमपीवी (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस) एक प्रकार का ऐसा वायरस है सांस की नली में प्रवेश करके लंग्स तक जाता है। कोविड भी बिलकुल ऐसा ही था। दोनों वायरस के लक्षण भी एक जैसे ही हैं। हालांकि, एचएमपीवी वायरस मुख्य रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों को संक्रमित करता है। इस वायरस से संक्रमित होने के बाद सबसे आम लक्षण खांसी है, जो अक्सर बलगम के साथ होती है। इसके साथ हल्का बुखार भी आता है। इस वायरस से संक्रमित होने के बाद कुछ मामलों में गंभीर लक्षण आ सकते हैं। इसमें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, जो अक्सर सीने में दर्द के साथ होती है।

Also Read: Mobile Medical Unit: MP के 21 जिलों में 66 मोबाइल मेडिकल यूनिटों का CM डॉ यादव ने किया शुभारंभ