Thrashing Case Investigation : बजरंग दल पिटाई कांड की जांच शुरू! 

एडीजी विपिन माहेश्वरी से कार्यकर्ताओं ने कहा, हमें पीछे से पीटा! 

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Thrashing Case Investigation : बजरंग दल पिटाई कांड की जांच शुरू! 

Indore : पलासिया में चक्का के बाद बजरंग दल के पदाधिकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज की जांच शुरू हो गई। एडीजी विपिन माहेश्वरी ने पुलिस अफसरों के बाद बजरंग दल कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के बयान लिए। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि हमारी पिटाई सरकार को बदनाम करने की साजिश है। इसके प्रमाण में उन्होंने कुछ वीडियो भी एडीजी को दिए।

बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बयान में पलासिया टीआई संजय बैस और डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया के साथ महिला एसीपी और तीन टीआई को पूरे घटनाक्रम का जिम्मेदार बताया। उन्होंने बताया कि तीनों टीआई ने भी थाने के स्टाफ के साथ उनकी घेराबंदी की। जिसके बाद बीच में हमें पीटा गया। कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता कमाल खान का भी जिक्र किया। बताया कि कौन से पुलिस अफसर उसे बचाने में लगे हैं। बजरंग दल के पदाधिकारियों ने एडीजी को पुलिस मारपीट के वीडियो सौंपे।
उन्होंने अपने बयानों में बताया कि लाठीचार्ज के दौरान वहां कौन-कौन अफसर मौजूद थे। इसके साथ ही उन्होंने बयान में यह भी नोट कराया कि किन अफसरों के कहने पर उन पर लाठियां बरसाई गईं। बजरंग दल के पदाधिकारियों ने विपिन माहेश्वरी को वह भी वीडियो दिखाए जिसमें वह मीडिया से बात कर रहे थे और अचानक पीछे से पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाना शुरू कर दी।

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बजरंग दल के विभाग संयोजक तन्नु शर्मा ने बताया कि पुलिस ने यहां किसी के इशारे पर सुनियोजित तरीके से सरकार को बदनाम करने की साजिश रची थी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आखिरी में 30 से 40 कार्यकर्ताओं के साथ पदाधिकारी बचे थे। जिन्हें पुलिस ने चिन्हित कर मारा है। जिसके सबूत भी सौंपे गए। इसके साथ ही उन्होंने जांच अधिकारी को यह जानकारी भी दी कि बीजेपी नेता कमाल खान जिसके खिलाफ वह प्रदर्शन करने पहुंचे थे। उसका किन अफसरों के साथ उठना बैठना है। अफसर हर घटना की जानकारी उस तक भी पहुंचा रहे थे।

वकील को भी साथ ले गए
विपिन माहेश्वरी की और से बयान के लिए इसके पहले बजरंग दल के 10 पदाधिकारी सहित कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किए थे। सोमवार को सभी को बयान देने के लिए पुलिस ऑफिसर्स मेस में बुलाया गया था। यहां एक-एक करके बंद कमरे में बयान लिए गए। बजरंग दल के पदाधिकारियों साथ यहां एडवोकेट अनिल नायडू भी पहुंचे थे।

8 के बयान, 2 के बाकी 
एडीजी को इस मामले की रिपोर्ट जल्द से जल्द सरकार को सौंपना है। 15 जून की रात पुलिस की लाठीचार्ज से सबसे ज्यादा घायल हुए राजेश बिंजवे बयान के लिए नहीं आ सके। उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। इसके साथ ही अमन रोकड़े भी परिवार में गमी होने के चलते बयान देने नहीं पहुंचे थे। विपिन माहेश्वरी ने सोमवार को बजरंग दल के पदाधिकारी तन्नु शर्मा,अभिषेक उदेरिया, यश बचानी, जितेन्द्र जाट, आकाश ठाकुर, लोकेश प्रजापत, धमेन्द्र लोधी और धर्मेन्द्र बकवाले के बयान लिये। सभी ने सोमवार को पुलिस ऑफिसर्स मेस में बयान दिए।