मानव संग्रहालय में नौकरी दिलाने के नाम तीन बेरोजगार युवकोें से ठगी

आरोपियों ने दिया फर्जी नियुक्ति पत्र

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मानव संग्रहालय में नौकरी दिलाने के नाम तीन बेरोजगार युवकोें से ठगी

भोपाल। राजधानी में स्थित मानव संग्रहालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर तीन महिलाओं व उनके पतियों ने तीन बेरोजगार युवकों को ठगी का शिकार बनाया। आरोपियों ने उनसे 12.20 लाख रूपए लेकर फर्जी नियुक्तिपत्र भी थमा दिया। युवक जब नौकरी ज्वाइन करने मानव संग्रहालय पहुंचे, तब उन्हें पता चला कि वहां से कोई नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को कर दी गई। पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुभाष कॉलोनी अशोका गार्डन निवासी लोकेन्द्र सिंह चौहान पुत्र जगदीश सिंह(35) बेरोजगार है और इन दिनों नौकरी की तलाश कर रहा है। वर्ष 2020 में लोकेन्द्र कम्प्यूटर सीखने के लिए ऐशबाग स्टेडियम के पीछे रहने वाली हिना परवीन उर्फ शीबा नाम की महिला के संपर्क में आया था। इसी दौरान हिना ने उसे बताया कि उसकी मानव संग्रहालय में अच्छी-खासी पहचान है। वह वहां पर लोकेन्द्र की नौकरी लगवा सकती है। लोकेन्द्र को जब भरोसा हो गया तो उसने अपने दो दोस्त सलमान और फैजान को भी नौकरी लगने की बात बताई। हिना ने कहा था वह उसके दोनों दोस्तों की भी नौकरी लगवा देगी। इसके बाद हिना ने अपने पति इमरान, जीनत और उसके पति फराज और उजमा व उसके पति जहीर उद्दीन उर्फ माहिर आजाद के साथ मिलकर तीनों युवकों से 12 लाख 20 हजार रुपए ले लिए।

पैसे लेने के बाद उन्होंने तीनों युवकों को आरोपियों ने नियुक्तिपत्र भी दे दिए। लोकेन्द्र और उसके दोस्त जब नियुक्ति पत्र लेकर मानव संग्रहालय पहुंचे तो उन्हें वहां पता चल कि मानव संग्रहालय की ओर से किसी को भी कोई नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया है। धोखाधड़ी का आभास होते ही लोकेन्द्र व दो अन्य युवकों ने अपने पैसे वापस मांगना शुरू कर दिए। इस पर आरोपियों ने पैसे देने के बजाए धमकी देना शुरू कर दिया। लोकेन्द्र समेत तीनों युवकों ने मामले की शिकायत पुलिस को कर दी। पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।