Thugs Bunty-Babli Caught : नेपाल भागने से पहले 25 लोगों को ठगने वाले बंटी-बबली गिरफ्तार!

सब्जी कारोबारियों को भरोसे में लेकर करोड़ों का माल लिया और गायब हो गए!

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Thugs Bunty-Babli Caught : नेपाल भागने से पहले 25 लोगों को ठगने वाले बंटी-बबली गिरफ्तार!

Indore : राजेंद्र नगर पुलिस ने करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली बंटी-बबली की जोड़ी को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी शहर छोड़कर नेपाल भागने की फिराक में थे। पुलिस कार्रवाई के चलते शहर छोड़ने से पहले ही समय रहते दोनों को पकड़ लिया गया। सब्जी व्यापारी धवल राजौरे ने इनके खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। इसके बाद विनोद राय और पत्नी सुमन को राजेंद्र नगर पुलिस ने मामला दर्ज कर पकड़ा है।

राजेंद्र नगर पुलिस थाने पहुंच फरियादी धवल ने पुलिस को बताया कि चोइथराम सब्जी मंडी में उसकी दुकान है। जहां से वो आलू- प्याज का कारोबार करता है। भरोसे में लेकर आरोपियों ने एक साल में लगभग दस लाख रुपए से ज्यादा का माल ले लिया और गायब हो गए। जब रुपए मांगने गए तो आरोपी सुमन ने झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।

पूरे मामले की शिकायत डीसीपी आदित्य मिश्रा को की गई थी। डीसीपी ने सीधे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर बात की और टीआई को कहा कि आरोपियों की जानकारी निकालें। पुलिस ने जब पता किया तो आलू-प्याज मंडी के 25 व्यापारियों की शिकायत सामने आई, जिनसे आरोपियों ने 5 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की और पैसा लेकर गायब हो गए। ये दोनों ठग नेपाल भागने की तैयारी में थे। जब शिकायत हुई तो पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया।

लापरवाही की जांच और कार्रवाई होगी

फरियादी ने धोखाधड़ी की शिकायत राजेंद्र नगर थाने में दो साल पहले की थी। लेकिन, जांच अधिकारी ने मामला जांच में उलझाए रखा और फरियादी से कहा कि आरोपी फरार है। जब तक उसके बयान नहीं होंगे, तब तक कुछ नहीं होगा। जब डीसीपी आदित्य मिश्रा के पास शिकायत पहुंची तो उन्होंने वास्तविकता का पता लगाया और दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। डीसीपी ने कहा की लापरवाही बरतने वाले जांच अधिकारी पर भी कार्रवाई होगी।

25 व्यापारियों को निशाना बनाया

डीसीपी को अब तक 25 से अधिक कारोबारियों से ठगी की जानकारी मिली है। जिनकी जांच की जा रही है और उनके खिलाफ धाराएं बढ़ाने की तैयारी है। वही मंडी समिति से भी जानकारी मांगी गई है कि यहां पर उनके खिलाफ कोई शिकायत आई है। क्योंकि किसान और व्यापारियों का पैसा रोकने पर समिति भी फर्म का लाइसेंस निरस्त कर देती है।