Tiffin bomb found in bus:नागपुर के एसटी स्टैंड पर बस में मिला टिफिन बम, धमाका करने का प्रयास विफल
नागपुर : गढ़चिरोली डिपो की एसटी बस में टिफिन बम रखकर नागपुर के एसटी स्टैंड में धमाका करने का प्रयास किया गया है। बुधवार की दोपहर इस घटना का खुलासा होने के बाद से शहर पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है।
इस वारदात में गढ़चिरोली के नक्सलियों का हाथ होने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। पुलिस और खुफिया एजेंसी जांच में जुट गई है।
गढ़चिरोली डिपो की एसटी बस क्रमांक एमएच/40/वाई/5097 1 फरवरी को खराब हो गई थी। एसटी का विभागीय वर्कशॉप गणेशपेठ के एसटी स्टैंड में है। 1 फरवरी की रात 8 बजे बस मरम्मत के लिए वर्कशॉप में पहुंचे। र्फस्ट पीस क्रॉस चेंबर बदलने के लिए चालक ने बस वर्कशॉप में छोड़ दी। 3 से 5 फरवरी के दौरान उसकी मरम्मत की गई। मंगलवार सुबह चालक राम मांडवधरे ने उसकी जांच की। स्टेरिंग जॉम होने से राम ने बस छोड़ दी। दोपहर 3.45 बजे दूसरा चालक खराब हुई दूसरी बस को ‘टो’ करने के लिए इसे लेकर चला गया। सावनेर मार्ग से लौटकर चालक ने बस वर्कशॉप में खड़ी कर दी। सुबह 8.30 बजे बूटीबोरी के रिधोरा में पुन: एक बस खराब होने से उसमें तकनीकी सहायक मैकेनिक नितिन राऊत तथा उनकी टीम को भेजा गया। रिधोरा से सुबह 11.45 बजे लौटकर वर्कशॉप पहुंचने के बाद नितिन राउत को क्लीनर की सीट के नीचे संदिग्ध वस्तु नजर आई। उसने प्रभारी राज बांते को इसकी सूचना दी। बांते ने मुख्य व्यवस्थापक गौतम शेंडे को बताया। शेंडे ने गणेशपेठ पुलिस को सूचना दी। जोन तीन के डीसीपी गोरख भामरे तथा गणेशपेठ पुलिस मौके पर पहुंच गई। उसने बम शोधक व निरोधक दल (बीडीडीएस) को वहां बुलाया. उसे टिफिन बॉक्स दिखाई दिया। टिफिन बॉक्स की जांच करने पर संदिग्ध पदार्थ और सर्किट नजर आया। बीडीडीएस ने खोजी श्वान की मदद से टिफिन बॉक्स की जांच की। उसने टिफिन बॉक्स में विस्फोटक होने के संकेत दिए। इसके बाद पुलिस ने वर्कशॉप परिसर की घेराबंदी कर दी।
बीडीडीएस दल ने विशेषज्ञ की निगरानी में टिफिन बम को कब्जे में लिया। उसे सुराबर्डी के नक्सल उन्मूलन अभियान परिसर में ले जाया गया। वहां उसे ‘डिफ्यूज’ किया गया। उसके नमूने को जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरीज (एफएसएल) भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार टिफिन बम में डिटोनेटर्स मौजूद थे। हालांकि पुलिस डिटोनेटर्स तथा टाइमर होने से इनकार कर रही है। पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने बताया कि विस्फोटक होने की पुष्टि नहीं हुई है। जो पदार्थ मिला है उसकी क्षमता भी एफएसएल की रिपोर्ट आने पर पता चल सकता है। नक्सलियों की लिप्तता के सवाल पर पुलिस आयुक्त ने बताया कि इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस जांच कर रही है। टिफिन बम गढ़चिरोली अथवा सावनेर से रखे जाने के सवाल पर कहा कि विस्तृत जांच तथा चालक और कंडक्टर से पूछताछ के बाद ही इसका पता चल सकता है। बस 1 फरवरी को गढ़चिरोली से आने के बाद वर्कशॉप में है। उसे मंगलवार को सावनेर मार्ग तथा आज बूटीबोरी के रिधोरा भेजा गया। ऐसे में टिफिन बम कहा रखा गया, यह पता लगाना बेहद पेचीदा हो गया है। यदि उसे गढ़चिरोली में रखा गया तो इतने दिनों तक उसका बस में रखा होना बेहद चिंताजनक है।
गढ़चिरोली पहुंची नागपुर पुलिस की टीम
सूत्रों के अनुसार इस प्रकरण में गढ़चिरोली के नक्सलियों का हाथ है। इस दिशा में जांच के लिए शहर पुलिस का एक दल गढ़चिरोली पहुंच गया है। वह घटना को लेकर तथ्य जुटा रहा है। नागपुर नक्सल गतिविधियों का पहले से केंद्र रहा है। नक्सल उन्मूलन अभियान के महानिरीक्षक संदीप पाटिल ने पदभार संभालने के बाद इंदोरा में अर्बन नक्सलियों की फौज सक्रिय होने का बताया था। उन्होंने युवाओं का ब्रेन वॉश करके न्याय की लड़ाई लड़ने के नाम पर नक्सलवाद से जोड़ने का खुलासा किया था। गढ़चिरोली पुलिस की सख्ती के चलते नक्सली अब दूसरे शहरों में पैर जमाने लगे हैं।