

आज दिल्ली का दिन है…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
इक्कीसवीं सदी में केंद्र की राजनीति में भले ही भाजपानीत सरकारों का दबदबा रहा हो, मगर देश की राजधानी दिल्ली ने भाजपा को मायूस ही किया है। आज यानि 8 फरवरी 2025 पर देश की निगाहें हैं, तो दिल्ली में सत्तासीन होने के लिए भाजपा की खास निगाहें हैं। बीसवीं सदी के आखिर में भाजपा सरकार ने दिल्ली में राज किया था, पर 1998 के बाद पहले तीन बार कांग्रेस और फिर तीन बार आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पर राज किया है। वह भी तब, जब केंद्र में इक्कीसवीं सदी की शुरुआत में अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री रहे और 2014 के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बन चुके हैं। पर इक्कीसवीं सदी में अधिकतर समय देश पर राज करने वाली भाजपा को दिल्ली में अपने सीएम बनाने का सपना हकीकत में नहीं बदल पाया। आज दिल्ली के नए सीएम की तकदीर के फैसले का दिन है। दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाएगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्रियों की सूची पर नजर डाल लेते हैं। 17 मार्च 1952 से 12 फ़रवरी 1955 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के चौधरी ब्रह्म प्रकाश नांगलोई 2 साल, 332 दिन तक सीएम रहे। उनके बाद 12 फ़रवरी 1955 से 1 नवम्बर 1956 तक 1 साल, 263 दिन गुरुमुख निहाल सिंह सीएम रहे। इसके बाद पद समाप्त कर दिया गया। पदबहाली 1993 में हुई। फिर भाजपा सरकार बनी और 2 दिसम्बर 1993 से 26 फरवरी 1996 तक मदन लाल खुराना 2 साल, 86 दिन मुख्यमंत्री पद पर आसीन रहे। 26 फ़रवरी 1996 से 12 अक्टूबर 1998 तक 2 साल, 228 दिन साहिब सिंह वर्मा मुख्यमंत्री रहे। और 12 अक्टूबर 1998 से 3 दिसम्बर 1998 तक 52 दिन के लिए सुषमा स्वराज सीएम रहीं। इसके बाद लगातार तीन बार कांग्रेस की शीला दीक्षित, 3 दिसम्बर 1998 से 28 दिसम्बर 2013 तक 15 साल, 25 दिन सीएम पद पर आसीन रहीं। कांग्रेस के बाद आम आदमी पार्टी के अरविन्द केजरीवाल 28 दिसम्बर 2013 से 14 फरवरी 2014 तक 49 दिन सीएम रहे। 15 फ़रवरी 2014 से 13 फरवरी तक 363 दिन दिल्ली ने राष्ट्रपति शासन देखा। इसके बाद फिर अरविन्द केजरीवाल 14 फरवरी 2015 से 21 सितम्बर 2024 तक 9 साल 341 दिन मुख्यमंत्री रहे। 21 सितम्बर 2024 से वर्तमान तक आतिशी मार्लेना सीएम हैं। और अब दिल्ली अगले सीएम के स्वागत के लिए तैयार है। उसमें 8 फरवरी 2025 का दिन ही महत्वपूर्ण है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में 60.54% वोट पड़े हैं, जो 2020 के 62.59% से कम हैं। इसमें अभी पोस्टल बैलट के वोट और जुड़ेंगे, जिससे वोटिंग परसेंटेज और बढ़ने की संभावना है। फिर भी मतदान प्रतिशत के पिछले आंकड़े को पार करने की संभावना नगण्य है। वहीं परिणाम आने से ठीक पहले ‘ऑपरेशन लोटस’ को लेकर बवाल मच गया है। दिल्ली चुनाव में काउंटिंग शुरू होने से ठीक पहले आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर खरीद-फऱोख्त करने का बड़ा आरोप लगाकर राजनीतिक भूचाल ला दिया है। आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर से बीजेपी पर ‘ऑपरेशन लोटस’ का आरोप लगाया है। बीजेपी ने भी ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल सहित कई नेताओं पर शिकायत दर्ज कराई है। बीजेपी की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस की एंटी करप्शन ब्यूरो भी एक्शन में आ गई है। एसीबी की टीम ‘आप’ नेताओं से पूछताछ शुरू कर दी है। एसीबी ने अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और विनय मिश्रा सहित कई नेताओं को खरीद-फरोख्त के साक्ष्य मांगे हैं। अगर आम आदमी पार्टी इसके साक्ष्य नहीं दे पाती है तो मुश्किल भी हो सकती है, क्योंकि कानून कहता है कि अफवाह फैलाने में तीन साल तक की जेल हो सकती है।
तो आज यानि 8 फरवरी 2025 दिल्ली के लिए खास दिन है। कमल खिलेगा या झाडू सफाई जारी रखेगी, यह दोपहर तक सामने आ जाएगा। हाथ का साथ दिल्ली देगी या नहीं, यह भी साफ हो जाएगा। दिलचस्प यही है कि भाजपा का दिल्ली में सरकार बनाने का सपना साकार होता है या नहीं। हालांकि सरकार किसी की भी बने, पर यह साफ है कि केजरीवाल की मुसीबतें कम होने की संभावना कम ही नजर आ रही है
…।