Tough Fight Between Congress-BJP: धार और झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट पर भाजपा-कांग्रेस में कड़ी टक्कर
आदिवासी बाहुल्य सीटों पर रोचक होता मुकाबला
इंदौर: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में मध्य प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम-झाबुआ, धार, इंदौर, खरगौन और खंडवा लोकसभा सीटों पर 13 मई को वोट डाले जाएंगे। मध्य प्रदेश की 2 सीटों पर मुकाबला सबसे कड़ा माना जा रहा है। इनमें से रतलाम-झाबुआ और दूसरी सीट धार है।
रतलाम लोकसभा सीट पर बीजेपी की अनीता नागर सिंह चौहान और कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया के बीच सीधा मुकाबला है। इस सीट पर कुल 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वही धार में भाजपा की सावित्री ठाकुर और कांग्रेस राधेश्याम मावेल के बीच सीधी टक्कर है।
झाबुआ
वैसे विधानसभा वार आंकड़े देखें तो रतलाम लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें से अलीराजपुर, पेटलावद, रतलाम ग्रामीण, रतलाम शहर और सैलाना सीट पर बीजेपी, जबकि तीन विधानसभा सीटों जोवट, झाबुआ और थांदला सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। इस सीट पर कांग्रेस की पकड़ रही है। 1952 से लेकर 2019 तक इस सीट पर 18 चुनाव हुए, जिसमें से बीजेपी सिर्फ तीन बार ही जीत सकी है। 2015 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने चुनाव जीता था। इस सीट पर नोटा भी असर दिखाता है। 2019 के चुनाव में सबसे ज्यादा 30 हजार 364 वोट नोटा पर पड़े थे। तब के चुनाव में बीजेपी के गुमान सिंह डामोर ने कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया को 90 हजार वोटों से शिकस्त दी थी, लेकिन इस बार कांग्रेस कड़ी चुनौती पेश कर रही है। कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया इस सीट पर जमकर पसीना बहा रहे हैं।
भील-भिलाला का मुद्दा
यहां पर कांग्रेस और भाजपा के लोगों एक दूसरे की पार्टी और उसके नेताओं पर सीधे जुबानी हमला कर रहे हैं। यहां पर आदिवासियों में भील और भिलाना का भी मुद्दा छिंड हुआ है। कांतिलाल भूरिया भील सुमदाए से आते हैं, जबकि अनीता नागर सिंह चौहान भिलाला है। वहीं अनीता चौहान के पति नागर सिंह चौहान और कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया के बीच तीखी जुबानी जंग चल रही है। दोनों एक दूसरे पर अपने बयान से वार करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
धार का परिणाम किसी धारा में जाएगा
धार लोकसभा सीट पर बीजेपी की सावित्री ठाकुर और कांग्रेस के राधेश्याम मावेल के बीच मुकाबला है। इस सीट पर कुल 7 उम्मीदवार मैदान में हैं। धार लोकसभा सीट पर कांग्रेस-बीजेपी के बीच जबरदस्त फाइट देखने को मिल रही है। हालांकि 2019 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार छतरसिंह दरबार ने कांग्रेस के दिनेश गिरवाल को 1.56 लाख वोटों से हराया था, लेकिन इस बार तस्वीर बदली हुई दिखाई दे रही है। यहां पर 17 हजार 929 वोटा नोटा पर पड़े थे। विधानसभा वार स्थिति देखें तो इस लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीटें आती हैं, जिसमें से 5 पर कांग्रेस और 3 पर बीजेपी का कब्जा है। सरदारपुर, गंधवानी, कुक्षी, मनावर और बदनावर पर कांग्रेस काबिज है। जबकि धमरपुरी, धार और अम्बेडकर नगर महू पर बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी 2014 और 2019 दो चुनाव जीत चुकी है। 2009 में कांग्रेस ने यहां चुनाव जीता था। इस सीट पर हुए 15 चुनाव में से 7 चुनाव कांग्रेस और 8 बीजेपी ने जीते हैं।