Troubled by Hide & Seek Electricity : इंदौर के लोग 44 डिग्री से ज्यादा तापमान में बिजली की लुका छुपी से परेशान!
Indore : इन दिनों भीषण गर्मी का दौर जारी है। तापमान दिन में 44 डिग्री से ज्यादा तो रात में भी 34-35 डिग्री बना हुआ है। ऐसे में गर्मी से निजात पाने के लिए पंखे-कूलर की जरूरत है और इन्हें चलाने के लिए बिजली चाहिए। हालांकि, मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सुबह से देर रात तक 24 घंटों जमकर अघोषित कटौती कर रही है। संगम नगर, चंदन नगर, राजेंद्र नगर ऐसे झोन क्षेत्र हैं, जहां अल सुबह ही बत्ती गुल हो जाती है। रात में भी कभी भी बिजली चली जाती है। कई दिनों से रोज रात को बत्ती गुल होती है। इस दौरान संगम नगर से लेकर चंदन नगर तक के रहवासी लगातार बिजली कंपनी के झोनल कार्यालयों पर फोन लगाते रहे, लेकिन आश्चर्य की बात है कि एक भी फोन रिसीव नहीं किया गया। यहां तक कि अधिकारियों ने भी अपने मोबाइल नंबर बंद कर लिए। ऐसे में यह प्रश्न उठना लाजिमी है कि क्या बिजली कंपनी अधिकारियों की आम लोगों के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं है, जो वे न तो व्यवस्था ठीक कर पा रहे हैं और न ही लोगों के फोन उठाते हैं।
जानकारी अनुसार संगम नगर और चंदन नगर झोन क्षेत्र में मंगलवार देर रात बिजली गुल हो गई। भीषण गमी्र में लोगों की जैसे ही नींद खुली उन्होंने सबसे पहले झोनल कार्यालय फोन लगाया, लेकिन वहां किसी ने फोन नहीं उठाया। परेशान होकर लोगों ने हेल्पलाइन नंबर 1912 पर भी लगातार कॉल किया, लेकिन इससे बड़ा कोई आश्चर्य नहीं होगा कि इस नंबर पर भी किसी ने फोन नहीं उठाया। रहवासियों ने कहीं से झोनल कार्यालयों के अधिकारियों का मोबाइल नंबर पता लगाया। लेकिन, उनके मोबाइल नंबर बंद आते रहे।
रात 12 बजे गई बिजली सुबह 6 बजे लौटी
रहवासियों ने बताया कि देर रात करीब 12 बजे बत्ती गुल हुई थी, जो कि सुबह 6 बजे लौटी। इस दौरान बिजली कंपनी के कोई भी अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक से संपर्क नहीं हो सका। सभी मनमानीपूवर्क फोन बंद कर सो गए और लोगों की नींद खराब कर दी। जब हेल्प लाइन नंबर भी फोन रिसीव नहीं होता तो ऐसे में क्यों लोकधन खर्च कर बिजली कंपनी ने कॉल सेंटर बना रखा है और हर महीने लाखों रुपए लोकधन खर्च किया जा रहा है।
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