Indore : यहाँ के CMHO डॉ बीएस सेत्या ने गुरुवार को एक तुगलकी आदेश जारी किया। लेकिन, चार घंटे बाद उसे वापस भी ले लिया गया। क्योंकि, उन्हें ऐसा कोई आदेश जारी करने का अधिकार ही नहीं है। ये वही जिला एवं स्वास्थ्य अधिकारी हैं, जिनका कुछ दिनों पहले कोरोना काल में हाथ में गिलास लिए नाचते हुए VDO वायरल हुआ था। अपने आदेश में उन्होंने कहा गया था कि स्वास्थ्य विभाग आकस्मिक सेवाओं के अंतर्गत आता है, इसलिए शनिवार को भी सभी अधिकारी-कर्मचारी ड्यूटी पर आएं। यह निर्देश भी दिए कि अपना मोबाइल चौबीसों घंटे चालू रखें। कार्यालय पर समय पर आएं। शनिवार को अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और कार्यालयीन समय में अपने निर्धारित स्थान पर उपस्थित रहें।
आदेश में यह चेतावनी भी दी कि उक्त निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित करें। नियमों की अवहेलना का दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी जिसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा। इस आदेश की कॉपी सिविल सर्जन, सभी कार्यक्रम अधिकारी, सभी शाखा प्रभारी, सांवेर, मानपुर, हातोद, देपालपुर, महू, पीसी सेठी अस्पताल, सभी जोनल चिकित्सा अधिकारी आदि को भेजी गई। साथ में इस आदेश का पालन करने को कहा गया। यह आदेश शाम 4 बजे जारी किया गया। इससे सभी अधिकारी व कर्मचारी सकते में आ गए कि माह के दूसरे व तीसरे शनिवार को जो शासकीय अवकाश रहता है, उसका आदेश CMHO द्वारा कैसे जारी किया जा सकता है। इसके लिए एक प्रक्रिया होती है और यह राज्य शासन द्वारा ही जारी किया जा सकता है। विशेष परिस्थिति में जिला प्रशासन द्वारा निर्णय जाता है, पर CMHO ऐसा आदेश नहीं दे सकते।
यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और अधिकारियों के साथ कर्मचारी संगठनों में भी विरोध होने लगा और विरोध की रणनीति भी बनने लगी। इसके चलते चार घंटे बाद CMHO ने दूसरा आदेश निकाला। इसमें बताया गया कि पूर्व में शनिवार को सुचारू रूप से काम करने का जो आदेश निकाला गया था वह तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है। मामले में CMHO डॉ सेत्या ने मीडिया को बताया कि कोविड व वैक्सीनेशन के चलते सीएम हेल्पलाइन के काम सहित कई काम पेंडिंग हैं। इसके चलते आदेश जारी किया गया था लेकिन अब निरस्त कर दिया गया है।