सजायाफ्ता कैदी की आत्महत्या मामले में दो पुलिस कर्मी निलंबित

818

बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट

खरगोन/बड़वानी: मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित एमवाई अस्पताल से सजा याफ्ता कैदी की आत्महत्या मामले में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है।

खरगोन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि 41 वर्षीय जाम सिंह ने कल मंडलेश्वर थाना क्षेत्र स्थित अपने गृह ग्राम भकलाय स्थित भाई सरदार के खेत में कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली।

उन्होंने बताया कि जाम सिंह ने 10 वर्ष पूर्व व तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर पुलिस जवान की हत्या कर दी थी, जिसके चलते चारों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। वह अन्य आरोपियों के साथ बड़वानी स्थित केंद्रीय जेल में निरूद्ध था।

उन्होंने बताया कि दरअसल उसे मुंह का कैंसर था और चिकित्सकों ने इंदौर में उसका ऑपरेशन कर जबड़ा निकालने की बात कही थी। उसने वहां उपस्थित अपने भाई को कहा था कि वह किसी भी हाल में ऑपरेशन नहीं कराएगा और संभवतः इसी वजह से वह एमवाई अस्पताल से कल हथकड़ी समेत फरार हो गया था। उन्होंने बताया कि वह एक खतरनाक अपराधी था और पुलिस आरक्षक की हत्या के अलावा भी उसके विरुद्ध पहले आधा दर्जन से अधिक प्रकरण दर्ज हुए थे।

 

बड़वानी के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि जाम सिंह को मुंह के कैंसर के चलते उसका बड़वानी में इलाज कराया जा रहा था, किंतु 8 नवंबर को उसे बेहतर इलाज के लिए एमवाई अस्पताल इंदौर भेजा गया था। उन्होंने बताया कि उसे केंद्रीय जेल इंदौर में ही शिफ्ट किया जाना था। साथ ही उसने 20 नवंबर से पैरोल के लिए भी आवेदन दिया था।

उन्होंने बताया कि वह पूर्व में दो बार पैरोल पर छोड़ा जा चुका था, और इस बार भी कैंसर की बीमारी के चलते ऐसा होने की संभावना थी।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में संयोगिता गंज थाना इंदौर में प्रकरण दर्ज किया गया है, और वहां से प्रेषित रिपोर्ट के आधार पर जाम सिंह के साथ गए सुरक्षाकर्मियों अतिरिक्त पुलिस निरीक्षक जगदीश और प्रधान आरक्षक निर्मल सिंह को निलंबित कर दिया गया है।

दो बार पैरोल पर छोड़ा जा चुका था, और इस बार भी कैंसर की बीमारी के चलते ऐसा होने की संभावना थी।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में संयोगिता गंज थाना इंदौर में प्रकरण दर्ज किया गया है, और वहां से प्रेषित रिपोर्ट के आधार पर जाम सिंह के साथ गए सुरक्षाकर्मियों अतिरिक्त पुलिस निरीक्षक जगदीश और प्रधान आरक्षक निर्मल सिंह को निलंबित कर दिया गया है।