विदिशा से गुरुकुल शिविर नर्मदापुरम आए 2 किशोरों की नर्मदा में डूबने से हुई मौत एक को बचाया
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट
नर्मदापुरम। कल सोमवार की तरह आज मंगलवार का दिन भी दो किशोरों के परिजनों के लिए मनहूस साबित हुआ। नर्मदा नदी में डूबने से 2 किशोरों की मौत हो गई। एक किशोर को बचा लिया गया। घटना मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे की है। मृत बच्चें विदिशा के वर्धा गांव के रहने वाले है। नर्मदापुरम के आर्ष गुरुकुल में आयोजित 10 दिवसीय शिविर में मप्र के अलग अलग जिलों से बच्चें आए थे। कई बच्चे नहाने के लिए आए थे। जिसमें 3 बच्चें डूब गए। एक को घाट पर मौजूद गोताखोरों ने बचा लिया। 2 को एक घंटे बाद निकाला गया। बच्चों के डूबने के बाद अन्य बच्चे और गुरुकुल प्रबंधन के लोग मौके पर पहुंचे। हिंगलाज देवी दर्शन करने पहुंचे जनपद पंचायत अध्यक्ष भूपेंद्र चौकसे ने अफरा-तफरी देख पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद एसडीओपी पराग सैनी, प्लाटून कमांडेंट अमृता दीक्षित, कोतवाली थाना एसआई डीएल विश्वकर्मा समेत अन्य पहुंचे। एसडीईआरएफ टीम और स्थानीय गोताखोर ने रेस्क्यू शुरू किया।
करीब 45 मिनट बाद दोनों किशोरों के शव को निकाला गया। मृत बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। नर्मदापुरम शहर में नर्मदा नदी में डूबने की 3 दिन में यह दूसरी घटना है। जिनमें कुल 4 बच्चों की मौत हो गई है। आर्यन धाकड़ पिता राम बाबू धाकड़ (16) और केशव धाकड़ पिता बबलू लाल धाकड़ (16) निवासी ग्राम वर्धा विदिशा की मौत हो गई। तीसरे बच्चे ऋतिक साहू को गोताखोर लक्ष्मीनारायण ने बचा लिया। लक्ष्मीनारायण ने बताया कि मैं नदी में सिक्के ढूंढ रहा था। कुछ बच्चे नहा रहे थे, तभी देखा, बच्चे डूब रहे हैं। कुछ उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे। एक बालक को तो मैंने बचा लिया। पर अन्य दो को नहीं बचा सका। वहीं गुरुकुल के पूर्व छात्र संदीप आर्य ने बताया कि दोनों छात्र विदिशा जिले के वर्धा के रहने वाले हैं आर्यन पिता रामबाबू धाकड़ उम्र 15 वर्ष व केशव बब्लू धाकड़ उम्र 17 वर्ष निवासी ग्राम वर्धा जिला विदिशा की डूबने से मौत हो गई।
गुरुकुल में 16 मई से 26 मई तक आर्यवीर शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी शिविर में शामिल होने के लिये आर्यन व केशव आये हुये थे। शिविर में 26 छात्रों को विभिन्न तरह का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा हैं। सोमवार को दोपहर के समय खाने की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान दोनों छात्र बिना किसी को बताये गुरुकुल परिसर से निकलकर खर्राघाट पर पहुंच गये। बताया जा रहा है कि आर्यन व केशव एक साथ ही नर्मदा नदी में नहाने के लिये उतरे थे। गहरे पानी में जाने के कारण दोनों डूब गये। दोनों छात्रों के खर्राघाट जाने की जानकारी गुरुकुल प्रबंधन में किसी को भी नहीं थी। घटना के बाद से ही प्रबंधन भी सकते में है। घटना की जानकारी लगने के बाद गुरुकुल के छात्र व आचार्य मौके पर पहुंचे। छात्रों के स्वजन भी घटनास्थल पर पहुंच गये थे। शवों को होमगार्ड जवानों ने गहरे पानी से निकाला। शवों को पीएम के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां पीएम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिये गये हैं।