दो बार के भाजपा विधायक मुन्ना सिंह भदौरिया ने दिया पार्टी से इस्तीफा, कर सकते हैं हाथी की सवारी!
भिण्ड से परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश में कई विधानसभा सीटों पर टिकटों की घोषणा होने के बाद से भाजपा में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। जहां चार बार के विधायक रसाल सिंह ने लहार में भाजपा से इस्तीफा देकर सोमवार को बसपा ज्वाइन कर ली, वहीं अब अटेर से दो बार के पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भदोरिया ने भी भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा सौंप दिया है।
उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम इस्तीफा भेजा है। मुन्ना सिंह भदोरिया ने ज्यादा कुछ ना लिखते हुए केवल लिखा है कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहे हैं इसे स्वीकार करने का कष्ट करें।
दरअसल मुन्ना सिंह भदोरिया पहली बार वर्ष 1990 में विधायक बने थे। जबकि दूसरी बार 1998 में वह विधायक बने। दोनों ही बार वह भारतीय जनता पार्टी से ही विधायक बने और लगातार भाजपा के लिए काम करते आ रहे थे। लेकिन वर्ष 2008 में मुन्ना सिंह का टिकट काटकर अरविंद सिंह भदौरिया को दे दिया गया। इसके बाद लगातार उनको ही टिकट दिया जा रहा है। जबकि मुन्ना सिंह भदौरिया भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता रहे।
अटेर में अभी तक जो मिथक रहा है उसमें यहां पर कोई भी व्यक्ति लगातार दूसरी बार विधायक नहीं बना है। ऐसे में मुन्ना सिंह भदोरिया को उम्मीद थी कि अरविंद भदौरिया की जगह उन्हें टिकट दिया जाएगा। लेकिन पार्टी शायद इस मिथक को झुठलाना चाहती है और उसने अरविंद सिंह भदोरिया को दोबारा टिकट दे दिया।
ऐसे में मुन्ना सिंह भदोरिया खुद को ठगा सा महसूस कर रहे थे और उनके इस्तीफे की अटकलें लगातार लगाई जा रही थी। अंततोगत्वा मंगलवार को उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया। अब वह भी बहुजन समाज पार्टी के हाथी पर सवार होकर अटेर से ताल ठोक सकते हैं। ऐसे में अटेर में भी अब त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिलेगा और इसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिलेगा।