उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट
उज्जैन । महाकालेश्वर मंदिर में 17 मार्च की संध्या में बाबा महाकाल की सांयकालीन आरती के बाद परिसर में सजाई गई होलिका का दहन किया जाएगा । उसके बाद ही मुहूर्त अनुसार सभी जगह में होलिका दहन किया जाएगा ।
मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने जानकारी देतें हुए बताया कि 18 मार्च पूर्णिमा पर धुलेंडी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। उन्होने बताया कि 17 मार्च को सांय कालीन आरती के बाद बाबा महाकाल को गुलाल अर्पित की जाएगी एवं ओंकारेश्वर मंदिर के सामने परिसर में होलिका का विधिवत पूजन कर दहन किया जाएगा । 18 मार्च की तड़के 4 बजे होने वाली भस्मार्ती रंगारंग होगी । इस दौरान बाबा महाकाल को पुजारी, पुरोहितों द्वारा रंग एवं गुलाल अर्पित किया जाएगा ।
प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि 19 मार्च, चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से बाबा महाकाल को ठण्डे जल से स्नान करना शुरू होगा एवं बाबा महाकाल की सभी आरतीयों का समय भी बदल जाएगा ।
यह रहेगा समय:-
प्रतिदिन भस्मार्ती प्रात: 4 से 6 बजे तक उसके बाद दद्योदक आरती प्रात: 7 से 7.45 बजे तक
भोग आरती प्रात: 10 से 10.45 बजे तक
संध्या पूजन सायं 5 से 5.45 बजे तक
संध्या आरती सायं 7 से 7.45 बजे तक
शयन आरती रात्रि 10.30 सेे 11 बजे तक होगी ।