Ujjain News: बड़नगर क्षेत्र के किसान करेंगे आंदोलन
उज्जैन: देवास बदनावर फोरलेन राजमार्ग के निर्माण के लिए राजमार्ग प्राधिकरण इकाई उज्जैन द्वारा बड़नगर तहसील में भूमि का अधिग्रहण कराया है। उसमें भूअर्जन अधिकारी एवं अनुविभागीय अधिकारी द्वारा मुआवजे का बहुत कम निर्धारण किया गया है। साथ ही इस क्षेत्र के किसानों कि किसी भी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया गया है।
डॉ हीरालाल त्रिवेदी पूर्व आईएएस ने क्षेत्र के किसानों की समस्याओं की ध्यान आकर्षित करते हुए एक पत्र कलेक्टर उज्जैन को लिखा है कि:
(१) जब भूमि का सीमांकन हुआ सूचना नहीं दी गई। मोके पर पेड़, ट्यूबेल, मकान आदि का जब भी किसने सत्यापन किया इसकी सूचना किसानों को नहीं दी गई।
(२) कुछ किसानों के मकान, फलदार पेड़ या ट्यूबेल जो शासकीय भूमि और उनकी भूमि की मेढ़ पर हैं, उन्हें शासकीय बताकर उसका मूल्यांकन नहीं किया।
(३) किसानों की बड़ी नाराजगी इस बात को लेकर है कि उन्होंने भूमि अधिग्रहण का कभी विरोध नहीं किया परंतु भूमि चिन्हांकन, मूल्यांकन या अन्य किसी कार्य में कभी भी राजमार्ग के, राजस्व विभाग के या मूल्यांकन करने वाले अधिकारियों ने उनसे संपर्क नहीं किया और न ही फाइनल अवार्ड के पहले कभी सुनवाई का मौका दिया।
(४) उक्त के अतिरिक्त भी मुआवजा राशि खाते में ट्रांसफर होने, अन्य दस्तावेजों के साथ बिना बताए कब्जा रसीद पर हस्ताक्षर कराने, बिना राशि दिये एवं बिना सूचना के एनचए का नाम चढ़ाने जैसी और भी छोटी मोटी समस्याएं हैं जिनको लेकर किसान दुखी भी है और आक्रोशित भी है और मौके पर आंदोलन करने के मूड में भी है।
उक्त सभी तथ्यों को देखते हुए उन्होंने किसानों से अनुरोध किया है कि किसानों द्वारा कलेक्टर एवं मध्यस्थ प्राधिकारी जिला उज्जैन को जो अपने आवेदन/अभ्यावेदन प्रस्तुत किये जा रहे हैं उन पर गंभीरता से विचार कर बड़नगर तहसील के सभी ग्राम का अवार्ड दिनांक 20 जून 2021 एवं 3 मार्च 2022 को पारित में से भूमि, वृक्ष, बाउंड्री, मकान, दुकान, अन्य निर्माण ट्यूब वेल आदि का नए सिरे से मूल्यांकन करने का आदेश प्रदान करने का कष्ट करें।