Ujjain News: इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी की हत्या मामले का हुआ खुलासा,6 लाख रूपये की सुपारी देकर पत्नी व भांजी ने ही रची थी साजिश
उज्जैन से अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट
उज्जैन: उज्जैन में हुए सनसनीखेज हत्याकांड में उज्जैन पुलिस को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है ।पुलिस ने 24 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
विगत दिवस 11 मई को फरियादी लोकेश राठौर नि. वीरदुर्गादास मार्ग जूना सोमवारिया ने थाना जीवाजीगंज में रिपोर्ट लेख कराई कि मेरे पिता मिश्रीलाल राठौर उम्र 50 साल जो इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यवसाय करते है, प्रतिदिन सुबह घूमने के लिये जाते है। दिनांक 11.05.2024 के करीब 8.30 बजे लौटकर आये घर का ताला खोलकर सीढ़ी चढ़कर जैसे ही ऊपर घर में पहुंचे कि पहले से अंदर छुपे हुये एक लड़के ने पिता जी के पेट व अन्य भाग में जान से मारने की नियत से चाकू मारे व भाग गया। शोरगुल की आवाज आने पर जब मै घर पहुंचा तो पिता जी सीढ़ियों के नीचे ओटले पर पड़े हुये थे। जिन्हे अन्य लोगो की मदद से अस्पताल लेकर गये, जहां उनकी मृत्यु हो गई। सूचना पर से अपराध क्र. 117/2024 धारा 302,324 भादवि के अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई ।
पुलिस अधीक्षक उज्जैन के द्वारा उक्त अपराध की गंभीरता को देखते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर-पूर्व) श्री जयंत सिंह राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर-पश्चिम) श्री गुरूप्रसाद पाराशर के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक जीवाजीगंज, श्री सुमित अग्रवाल उप पुलिस अधीक्षक क्राईम
ब्रांच श्री योगेश सिंह तोमर एवम् थाना प्रभारी श्री नरेन्द्र सिंह परिहार को निर्देशित किया गया कि तत्काल घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित करते हुये अज्ञात आरोपी का पता लगाकर गिरफ्तार किया जावे।
घटनाक्रम के संबंध में जानकारी जुटाई गई तो उक्त तथ्य प्रकाश में आया कि मृतक श्री मिश्रीलाल राठौर तथा उसकी पत्नी श्रीमती कृष्णाबाई के मध्य आपसी चरित्र शंका को लेकर काफी समय से अनबन चल रही थी। जिसके कारण दोनो ही अलग-अलग मकानों में रह रहे थे। मृतक अपने पुत्र लोकेश राठौर के साथ रहता था तथा श्रीमती कृष्णाबाई अपनी भांजी माया के साथ मृतक के अन्य मकान में आवासरत थी, जिसे मृतक श्री मिश्रीलाल कृष्णाबाई व माया से खाली कराना चाहता था इसी कारण कृष्णा बाई तथा माया ने मिलकर गोपाल चौधरी निवासी आंजना बस्ती को मृतक की हत्या करने की सुपारी दी। कुल छः लाख रूपये में सौदा तय हुआ एडवांस के रूप में कृष्णाबाई व माया ने नकद एक लाख रूपये गोपाल चौधरी को दिये तथा मृतक के घर के मुख्य चैनल गेट की एक अन्य चाबी भी गोपाल चौधरी को दी व बताया कि मिश्रीलाल सुबह जल्दी मार्निंग वॉक के लिये निकलता है, उसी समय चैनल गेट का ताला खोलकर घर के अंदर जाया जा सकता है घर के अंदर उसे मारना अधिक सुविधाजनक होगा।
आरोपी गोपाल चौधरी द्वारा मिश्रीलाल की हत्या करने हेतु दो लाख रूपये में आरोपी करन सोलंकी निवासी ग्राम कुलावदा थाना इंगोरिया को ठेका दिया गया व दस हजार रूपये नकद एडवांस के रूप में दिये गये साथ ही मृतक के घर की मुख्य चैनल की चाबी भी प्रदाय की गई। घटना वाले दिन आरोपी करन सोलंकी के द्वारा उक्त चाबी की सहायता से मृतक के घर का ताला खोलकर आसानी से प्रवेश कर लिया गया तथा चैनल गेट में पुनः ताला डाल दिया और स्वयं सीढ़ियों के ऊपर कमरे में आड़ लेकर चाकू सहित खड़ा हो गया। थोडी देर में मिश्रीलाल के मॉर्निंग वॉक से लौटकर आने पर जैसे ही वह सीढ़िया चढ़कर ऊपर पहुंचा कि तभी आरोपी करन ने जान से मारने की नियत से मिश्रीलाल पर चाकू से हमला कर दिया दोनो लुढकते हुये सीढियों से नीचे ओटले पर आ गये। जहां से आरोपी करन बगल की गली में होकर भाग गया। मिश्रीलाल ने लोगो को आवाज भी लगाई जिससे कुछ लोग मौके पर पहुंचे मिश्रीलाल घायल अवस्था में ओटले पर लेट गया जिसे ईलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया जहां ईलाज के दौरान मिश्रीलाल की मृत्यु हो गई।
प्रकरण में आरोपिया कृष्णाबाई, भांजी माया तथा आरोपी गोपाल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है जिन्होने पूछताछ पर अपराध में स्वंय की संलिप्तता स्वीकार कर ली है। आरोपी करन पिता छगनलाल सोलंकी जाति नायक नि.ग्राम कुलावदा थाना इंगोरिया अभी फरार है जिसे जल्द ही गिर० कर लिया जावेगा।
▪️सराहनीय भूमिका –
श्री एमएस परमार अनुविभागीय पुलिस अधिकारी बड़नगर, श्री एनबीएस परिहार, थाना प्रभारी जीवाजीगंज, सउनि प्रतीक यादव, प्रभारी रासी स.वेदप्रकाश साहू, स.दौलत सिंह रावत, स.अ.सुरेन्द्र सिंह पँवार, स. /ओ लोकेंद्र सिंह बेस पीआर प्रम समरवाल, पीआर सोमेंद्र दुबे, पीआर महेश जाट, पीआर राजपाल चंदेल क्राइम ब्रांच पीआर रूपेश बिडवान, पीआर कुलदीप भारद्वाज, आर अनिल पंचोली, आर गुलशन चौहान, आर.एस. राहुल पांचाल, आर.के. मनीष यादव, पीआर सर्वेश भदोरिया, आर.एस. श्याम सिंह, आर.के. दीपांशु, आर.के. श्री ओम भदोरिया, आर देवेन्द्र भाईसानिया, आर चालक प्रदीप ने प्रमुख भूमिका निभाई है। प्रशंसनीय कार्य करने वाले राजपत्रित अधिकारीयों को प्रशंसा पत्र तथा शेष अधिकारियों को तीस हजार नकद ईनाम दिया जावेगा।