Ujjain News: साल में केवल एक बार नागपंचमी पर्व पर खुलते है नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट
उज्जैन से मुकेश भीष्म की रिपोर्ट
उज्जैन: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर स्थित वर्ष में केवल एक बार नागपंचमी पर्व के अवसर पर पट खुलने वाले नागचंद्रेश्वर मंदिर में देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन तैयारियों में जुटा है।
21 अगस्त नागपंचमी पर्व के अवसर पर दर्शनार्थियों के लिये दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। दर्शन व्यवस्था के लिये की जा रही तैयारियों एवं निर्धारित मार्ग का आज संभागायुक्त डॉ.संजय गोयल, पुलिस महानिरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह, उप महानिरीक्षक श्री अनिल कुशवाह, कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम एवं पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा ने निरीक्षण किया तथा दिशा-निर्देश दिये।
संभागायुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक ने कर्कराज पार्किंग से दर्शनार्थियों के लिये की गई पार्किंग व्यवस्था एवं भील समाज की धर्मशाला पर जूता स्टेण्ड बनाने व हरसिद्धि पार्किंग पर जिकजेक आदि बनाने की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
संभागायुक्त ने कर्कराज पार्किंग पर कीचड़ से बचने के लिये मुरम डलवाकर रोलर चलवाने तथा व्यवस्थित पार्किंग करवाने हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिये हैं।
पूर्व में शिवरात्रि के अवसर पर की गई व्यवस्थाओं के अनुरूप मन्नत गार्डन पार्किंग से कर्कराज पार्किंग तक वाहन व्यवस्था करने के लिये भी कहा गया है।
संभागायुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक इसके बाद हरसिद्धि मन्दिर होकर 4 नम्बर गेट से होकर एयरो ब्रिज तक पहुंचे। इसी मार्ग से नागचंद्रेश्वर के दर्शन हेतु दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जायेगा। एयरो ब्रिज से होकर वरिष्ठ अधिकारीगण नागचंद्रेश्वर मन्दिर परिसर में गये तथा वहां पर उन्होंने दर्शन व्यवस्था एवं दर्शनार्थियों के मूवमेंट की जानकारी ली एवं दिशा-निर्देश दिये। एयरो ब्रिज की मजबूती के लिये लोक निर्माण विभाग से प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिये कहा गया है।
श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रशासक श्री संदीप सोनी ने संभागायुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक को बताया कि दर्शनार्थी भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर एयरो ब्रिज से होकर सभा मण्डप के ऊपर से होकर निर्गम मार्ग से निकलकर पुन: हरसिद्धि वाले मार्ग से होकर झालरिया मठ होते हुए भील धर्मशाला जूता स्टेण्ड तक पहुंचेंगे। भगवान नागचंद्रेश्वर एवं भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये पृथक-पृथक लाइन हरसिद्धि जिकजेक में लगाई जायेगी।
भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये दर्शनार्थियों को त्रिवेणी संग्रहालय, महाकाल लोक होकर मानसरोवर प्रवेश द्वार तक पहुंचाया जायेगा। यहां से टनल में होकर दर्शनार्थी भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर निर्धारित निर्गम द्वार से निकलेंगे।
इस वर्ष नागपंचमी पर्व 21 अगस्त को है। 20 अगस्त की रात्रि 12 बजे से भगवान नागचंद्रेश्वर के पट खुलेंगे तथा 21 अगस्त की रात्रि 12 बजे तक दर्शन होंगे। इस वर्ष नागपंचमी के अवसर पर भगवान महाकालेश्वर की सवारी भी निकलेगी।