उमा का तंज, जितना बीजेपी की छोटी सभा में खर्च, उससे कम लागत पर छह माह से बिजली गुल
भोपाल: अमरकंटक में अंतरराष्ट्रीय स्थान स्तर पर पहचान रखने वाले संत कबीर चौरा में पिछले 6 माह से बिजली गुल है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर बसे इस क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था की जिम्मेदारी एमपी के पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी की है लेकिन बिजली कम्पनी के अफसरों ने छह माह से गुल बिजली सप्लाई चालू करने की पहल नहीं की है।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अमरकंटक प्रवास के दौरान उनकी जानकारी में आए इस मसले पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कर जिम्मेदारों की व्यवस्था पर सवाल भी उठाए हैं। उमा भारती ने तंज कसते हुए कहा है कि भाजपा के लोग जितना बीजेपी की एक छोटी सभा में खर्च कर देते हैं उससे कम खर्च में यहां की बिजली जल सकती है लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है।
इस क्षेत्र का आधा हिस्सा एमपी और आधा छग में आता है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा को जोड़ने वाले संत कबीर चौरा में बिजली गुल होने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री ने एमपी के अफसरों से पूछताछ भी की है। उमा ने कहा है कि वे मंगलवार को संत कबीर चौरा पहुँचीं जहाँ संत कबीर ने बहुत समय तक निवास एवं तप किया था। उस स्थान की देखरेख करने वाले एक संत ने बताया कि वहाँ 6 महीने से लाइट ही नही हैं। उमा के अनुसार संत कबीर चौरा अंतर्राष्ट्रीय स्तर का सम्मान प्राप्त स्थान हैं। हम भाजपा के लोग संत कबीर का नाम लेते है। इधर की सड़कें बहुत चौड़ी एवं चिकनी हैं लेकिन 6 महीने से यहाँ लाइट नही हैं। समस्या को गहराई से सुना एवं समझा तो पाया कि बहुत खर्च नही हैं, थोड़ा सा काम हैं। बस ध्यान देना जरूरी था। हम बीजेपी की एक छोटी सभा में जितना खर्च करते हैं उससे भी कम सरकारी खर्चें में यह बिजली के तार ठीक हो जाएंगे। बिजली कम्पनी के अफसरों को इस घोर पापपूर्ण लापरवाही की सूचना दी है।