
Underground Metro Station : इंदौर मेट्रो ने एयरपोर्ट परिसर में भूमिगत स्टेशन का निर्माण शुरू किया, हवाई यात्रियों को सुविधा मिलेगी!
जनवरी 2026 तक गांधी नगर से रेडिसन स्क्वायर तक मेट्रो सेवा शुरू होने की उम्मीद!
Indore : इंदौर मेट्रो के पहले भूमिगत स्टेशन का काम शुरू हो गया। यह एयरपोर्ट परिसर क्षेत्र में चल रहा है। मेट्रो प्रबंधन का यह निर्माण कार्य गांधी नगर स्टेशन और देवी अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी के विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा। तैयारी के तौर पर एयरपोर्ट के पास खुदाई का काम शुरू हो गया। प्रशासनिक स्वीकृति के साथ ड्रोन सर्वेक्षण भी किया जा चुका है।
इंदौर में पहला भूमिगत मेट्रो स्टेशन हवाई अड्डे के परिसर में बनाया जाएगा, जिससे एयरपोर्ट से यात्रियों को मेट्रो की सीधी पहुँच मिल सकेगी। भूमिगत मेट्रो स्टेशन के लिए बड़े पैमाने पर उत्खनन मशीनें मौके पर पहुँच चुकी हैं और खुदाई का काम भी शुरू हो गया। मेट्रो स्टेशन एयरपोर्ट से बिजासन टेकरी तक लंबा होगा, जो इंदौर मेट्रो की पहला एकीकृत भूमिगत-एलिवेटेड मेट्रो सिस्टम होगा।
मेट्रो लाइन एयरपोर्ट के पास भूमिगत खंड से धीरे-धीरे ऊपर उठेगी। एयरपोर्ट रोड पर अलग-अलग ऊँचाई पर खंभे पहले ही बनाए जा चुके हैं और स्टेशन का डिज़ाइन दिल्ली मेट्रो स्टेशनों की तरह बनाया जा रहा है। एस्कलेटर से हवाई अड्डे के टर्मिनल को सीधे मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा, ताकि पैदल दूरी कम हो, खासकर सामान लेकर आने वाले यात्रियों के लिए यह आसान होगा।
मेट्रो की योजना के तहत, जनवरी 2026 तक गांधी नगर से रेडिसन स्क्वायर तक मेट्रो की सेवा शुरू होने की उम्मीद है। प्रायोरिटी कॉरिडोर पर व्यावसायिक परिचालन शुरू करने के बाद, मेट्रो कॉर्पोरेशन ने सुपर कॉरिडोर स्टेशन संख्या 3 से रोबोट स्क्वायर तक 11 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर पर काम की गति बढ़ा दी है।
गांधी नगर और रोबोट स्क्वायर के बीच एलिवेटेड कॉरिडोर 6 महीने में पूरा होने की उम्मीद है। लेकिन, यात्रियों की घटी संख्या एक बड़ी समस्या है। यात्रियों की पूरी क्षमता का एहसास तभी होगा, जब एयरपोर्ट से रेडिसन स्क्वायर के बीच संपर्क स्थापित हो जाएगा। एयरपोर्ट से संपर्क फिलहाल मेट्रो परियोजना के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।





