Unsafe Police Station : थाने में जब्त खड़ी कार के चोरी गए 3 पहिए सिपाहियों को गैरेज में मिले!

पहिए चोरी होने और चोरों को पकड़ने की कहानी भी अजब, तीन बदमाश गिरफ्तार!

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Unsafe Police Station : थाने में जब्त खड़ी कार के चोरी गए 3 पहिए सिपाहियों को गैरेज में मिले!

 

Indore : सादे कपड़ों में पुलिस वाले जब एक गैरेज पर पुराने पहिए खरीदने पहुंचे, तो गैरेज वाले ने वही टायर दिखाए जो थाने में खड़ी कार से चोरी हुए थे। इसके साथ ही खड़ी कार से पहिया चोरी का खुलासा हो गया। चोरी करने वाला बदमाश थाने के यार्ड के चौकीदार का साला निकला, जो जीजा से मिलने खाचरौद से आया था।

पुलिस ने लसूड़िया थाना परिसर से जब्त कार के टायर-ट्यूब सहित सभी पहिए चोरी करने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पहियों के चोरी होने और फिर चोर के पकड़े जाने की कहानी भी अजब है। पहियों के चोरी होने और सेटलमेंट के लिए कंपलीट पहिए खरीदने गई, ताकि फरियादी गाड़ी ले जा सके। पकड़े गए बदमाशों के नाम प्राणसिंह चोपड़ा धीरज नगर रोबोट चौराहा, संदीप पटेल सिंगापुर ग्रीन प्रीमियम और अभिषेक निवासी खाचरोद हैं।

क्या हुआ जो कार के पहिए चोरी हुए
घटना के बारे में, लसूड़िया थाने के प्रभारी तारेश कुमार सोनी ने बताया कि सत्यसांई चौराहे पर 25 मई को ड्रिंक एंड ड्राइव की चैकिंग में लसूड़िया पुलिस ने एक कार चालक को रोककर ब्रिथ एनालाइजर मशीन से चैक किया। पाया गया कि वाहन चालक ने शराब पी है। उसने अपना नाम योगेश पिता अशोक गोलवलकर निवासी राजेन्द्र नगर इंदौर होना बताया था। वाहन चालक के खिलाफ धारा 185 एमवी एक्ट तहत कार्यवाही की जाकर वाहन जब्त कर लिया गया। फोक्स वेगन की पोलो कार (एमपी 09 सीएफ 1085) को थाना लसूडिया लाया गया। पर, थाना परिसर मे ज्यादा वाहन खड़े होने से थाने की बाउंड्री से लगे यार्ड में खड़ा करवाया गया। 27 मई को कार चालक योगेश कोर्ट में चालान भरकर अपनी कार लेने थाने आया तो उसके आगे-पीछे के तीन पहिये नही थे। किसी ने कार के तीन पहिये खोलकर चोरी कर लिए थे।
थाना परिसर से चोरी का मामला बड़े अफसरों तक पहुंचा, तो जांच शुरू हुई। थाने में तय हुआ कि पुराने पहिए व टायर खरीदकर कार मालिक को दे दिए जाएं। इस दौरान सादा कपड़ों में खुफिया ब्रांच के सिपाही एक गैरेज संचालक संदीप पटेल के पास पहुंचे। उससे पुराने पहिए मांगे तो पटेल ने तीन पहिए दिए, जबकि पुलिस को चार चाहिए थे। जब गैरेज मालिक ने तीन व्हील दिखाए तो उस पर शंका हुई। पहियों के फोटो खींचकर टीआई को भेजे तो टीआई ने गैरेज वाले को थाने बुलवा लिया। सख्ती बरती तो वह टूट गया। उसने कबूला कि ये टायर अभिषेक ने बेचे हैं।