Unseasonal Rain : रातभर बारिश का दौर जारी रहा, 24 घंटे में 2 इंच पानी गिरा!
Indore : पहली बार गिरे मावठे के कारण मौसम में ठंडक बढ़ गई। रविवार दोपहर से शुरू हुई बारिश रातभर रुक-रुककर बारिश होती रही। मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई। पहली बार दिन का पारा 24 डिग्री और रात का पारा 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे (14.6) आ गया। सोमवार सुबह से बादल, बारिश और बीच-बीच में धूप निकलती रही। मौसम विभाग ने सोमवार को भी बारिश की संभावना जताई है।
मौसम केंद्र के अनुसार रविवार को इंदौर संभाग के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए और दोपहर बाद बारिश हुई। बारिश सोमवार सुबह तक जारी रही। इन इलाकों में रविवार शाम से सोमवार सुबह साढ़े 8 बजे तक एक इंच बारिश हुई। रविवार दोपहर करीब 4 बजे से बारिश का शुरू हुआ दौर सोमवार सुबह तक जारी है। मौसम विभाग ने सोमवार को भी बारिश के आसार जताए हैं। इससे तापमान में और गिरावट आ सकती है। अभी अरब सागर के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा बना है। ट्रफ लाइन गुजरने के कारण नमी आने के साथ सिस्टम और स्ट्रॉन्ग होगा। इसका असर प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र में ज्यादा रहेगा।
इस बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। अधिकांश क्षेत्र में लगभग सभी जगह गेहूं की बोवनी हो गई है। कहीं पानी भी दिया जा रहा था। आलू लगभग पक चुका है या अधिकतर जगहों पर आखिरी बार पानी दिया जा रहा था। अब इस बारिश ने गेहूं, प्याज, लहसुन लगाने वाले किसानों के लिए बड़ी राहत दी है। रात और दिन का पारा तेजी से नीचे गिरने के कारण ठंड भी बढ़ गई। रविवार सुबह बादल छाए और दोपहर तक धूप गायब हो गई। रविवार तक रात का तापमान जहां 17 से 18 डिग्री के बीच बना रहा और सोमवार रात का पारा तीन डिग्री लुढ़ककर 14.6 डिग्री पर आ गया।
रविवार को दिन का तापमान 25 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। कई घंटों की बारिश से सड़कों पर पानी भर गया। लोग भीग भी गए, लेकिन जो लोग घरों से निकले उन्होंने गरम कपड़े पहन लिए। मौसम विभाग ने इंदौर के साथ धार, खरगोन, रतलाम, बड़वानी और उज्जैन में भी अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की चेतावनी के साथ रेड अलर्ट जारी किया। इन सभी जिलों में तेज बारिश के साथ गरज बरस के साथ तेज हवा और ओलावृष्टि की भी चेतावनी है।
सालों बाद नवंबर में 24 घंटे में 2 इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। दक्षिण–पश्चिम मानसून के समाप्त हो जाने के बाद मौसम सामान्यतः शांत होता है। आकाश सामान्यतः साफ या हल्के बादलों से घिरा दिखाई देता है। अक्टूबर के समान इस माह में उमस महसूस नहीं होती। इस माह में के तापमान में गिरावट देखने को मिलती है। मानसून की आर्द्र हवाओं की जगह, उत्तरी हवाएं ले लेती है। सुबह सामान्यतः सुहावनी एवं शांत होती है।
उत्तर भारत से होकर जाने वाली पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव से इंदौर में कभी-कभी तेज बौछारें होती हैं। बहुत कम अवसरों पर सुबह के समय कोहरा भी होता है, जिससे दृश्यता में कमी देखने को मिलती है। नवम्बर 1969 में 3 इंच से ज्यादा बारिश (82.6 मिमी) रिकॉर्ड की गई थी। नवंबर में सबसे ज्यादा बारिश (2.5 मिमी) 2019 में रिकॉर्ड की गई थी। इस तरह इस बार 26 नवम्बर को 2 इंच बारिश ने सभी को चौंका दिया है।
शादी समारोह में अड़चन आई
रविवार को हुई बारिश से कई विवाह समारोह में बारिश ने खलल डाला। रविवार को शहर में 100 से ज्यादा मैरिज गार्डन, होटल में खुले मैदान में शादी समारोह थे। आयोजकों को दोपहर से शुरू हुई बारिश के बाद आयोजन को हॉल में शिफ्ट करना पड़ा। मैदान में लगा मंच, कुर्सियां व कारपेट पूरी तरह भीग गए। मैदान में पानी भर गया। सोमवार व मंगलवार को सबसे ज्यादा मुहूर्त हैं और करीब 500 शादी समारोह होने हैं।
पहले भी नवंबर भीगा
2013 से 2022 के बीच नवंबर के अंतिम तीन तीन-चार दिनों में न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री के बीच रिकॉर्ड होता आया है। रविवार को तेज बारिश के दौर के बाद पूरी संभावना है कि रात के तापमान में गिरावट आएगी। दिन के साथ ही रात में ठिठुरन बढ़ेगी। वर्ष 2013 में रात का तापमान 10.4 डिग्री तक गया था। 2017, 2020 और 2022 में रात का तापमान 11 डिग्री तक गया था।