
Varanasi Will Adopt Indore’s Cleaness Model : PM का संसदीय क्षेत्र वाराणसी अपनाएगा इंदौर का स्वच्छता मॉडल!
वाराणसी नगर निगम को इंदौर के अफसरों ने वहां जाकर इंदौर का स्वच्छता मॉडल समझाया!
Indore : देशभर में स्वच्छता में सात बार अव्वल रहने वाला इंदौर अब अपने सफाई मॉडल को अन्य शहरों में भी साझा करने जा रहा है। पहली बार ऐसा हो रहा है, जब इंदौर के नगर निगम और प्रशासनिक अफसर किसी दूसरे शहर में जाकर सफाई को लेकर मार्गदर्शन देंगे। यह शहर है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी। आज मंगलवार को वाराणसी नगर निगम के सभी बड़े अफसरों की टीम को इंदौर की टीम ने यहां की सफाई व्यवस्था को विस्तार से समझाया।
इंदौर की साफ-सफाई के मॉडल का अध्ययन करने अभी तक देश और दुनिया के 100 से ज्यादा शहरों के अफसर इंदौर आ चुके है। यह पहली बार है, कि इंदौर के अफसर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी नगर निगम के अफसरों के साथ उन्हें सफाई की टिप्स दे रहे हैं। इंदौर माॅडल को वाराणसी में लागू कराने के लिए इंदौर और भोपाल से अफसरों की टीम रवाना हुई। मध्य प्रदेश के ये अफसर चार दिन वाराणसी में ही रुकेंगे और वहां के संसाधनों के हिसाब से सफाई व्यवस्था को लेकर टिप्स देंगे।

दिल्ली से नगरीय प्रशासन विभाग को निर्देश दिए गए थे कि वाराणसी में इंदौर जैसी सफाई व्यवस्था लागू की जाए। इसके बाद इंदौर और भोपाल के विशेषज्ञों की टीम ने वाराणसी के लिए एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की, जिसमें वीडियो, फोटोज और दस्तावेज शामिल थे। अब अफसर वाराणसी में चार दिन रुककर वहां के संसाधनों के अनुसार सफाई मॉडल को समझाएंगे। मंगलवार को इंदौर और वाराणसी के अधिकारियों के बीच बैठक हुई जिसमें डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, गीला-सूखा कचरे की छंटाई, कचरे का रीसायक्लिंग और प्रोसेसिंग जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
दोनों शहरों के अफसरों की बैठक
वाराणसी नगर निगम की टीम के साथ आज इंदौर के अफसरों की स्वच्छता पर विस्तृत चर्चा हुई। इस बैठक में घर-घर कचरा संग्रहण, गीला-सूखा कचरा सेग्रिगेशन, कचरे के रिसाईकल सहित अन्य विषयों पर जानकारी साझा की गई। इस बैठक में केंद्रीय संस्कृति सचिव विवेक अग्रवाल (जो कभी इंदौर के कलेक्टर भी रहे हैं), मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास और आवास आयुक्त संकेत भोंडवे, इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह, इंदौर नगर निगम के आयुक्त शिवम वर्मा, अभिलाष मिश्रा एव वाराणसी के संभाग आयुक्त एस राजलिंगम, वाराणसी नगर निगम के आयुक्त अक्षत वर्मा और निगम की स्वच्छता टीम उपस्थित रही।

इंदौर के सफाई मॉडल की खासियत
– इंदौर में कचरा डोर डू डोर तरीके से संग्रहित होकर सीधे ट्रेंचिंग ग्राउंड जाता है।
– छह अलग-अलग प्रकार के कचरे वाहनों के माध्यम से ही अलग हो जाते है। प्लांट पर कचरा अलग नहीं किया जाता।
– शहर में एक भी कचरा पेटी नहीं है। लोग खुले में कचरा नहीं फेंकते है।
– नगर निगम एप (311) के माध्यम से भी कचरा वाहनों को बुलवाने की सुविधा रहवासियों को मिल रही है।
– इंदौर मेें कचरे से खाद और सीएनजी बनाई जा रही है। प्लास्टिक कचरे से ईंधन बनाया जा रहा है, जो सीमेंट फेक्टरियों में काम आता है। इसके अलावा मलबे से पेवर ब्लाॅक बनाए जाते है।
इंदौर के स्वच्छता मॉडल की यह पहल अन्य शहरों के लिए प्रेरणा बन रही है।





