Vithalbhai Memorial Ceremony : विट्ठलभाई पटेल स्मृति सम्मान समारोह में मधुर संगीत की सौगात! 

'मीडियावाला' के संपादक हेमंत पाल समेत कई हस्तियां सम्मानित!   

650

Vithalbhai Memorial Ceremony : विट्ठलभाई पटेल स्मृति सम्मान समारोह में मधुर संगीत की सौगात! 

इंदौर। जाने-माने फिल्म गीतकार, समाजसेवी और राजनेता विट्ठलभाई पटेल की स्मृति में विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले विशिष्ट व्यक्तित्वों का सम्मान समारोह हुआ। रविन्द्र नाट्य गृह में इस अवसर पर संगीत संध्या भी आयोजित हुई। ‘भुलाए नहीं भुलती भैया की याद’ शीर्षक के इस सालाना कार्यक्रम के ख़ास मेहमान थे राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, दिल्ली के सदस्य डॉ ध्यानेश्वर मनोहर मुळे। विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की न्यायमूर्ति अभय गोहिल, न्यायमूर्ति अनिल वर्मा और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने।

अतिथियों का स्वागत विट्ठलभाई पटेल सांस्कृतिक प्रतिष्ठान के संयोजक ललित अग्रवाल, सह-संयोजक सुधीर मालवीया एवं आयोजन समिति के सदस्य जयकिशन शर्मा, संजय बागड़ी, अनमोल तिवारी, सार्थक अग्रवाल, हर्ष अग्रवाल, सृष्टि अग्रवाल, और सत्येन्द्र हर्षवाल ने किया। ‘भैया’ नाम से लोकप्रिय विट्ठलभाई की याद का यह नौंवा आयोजन था। सभी अतिथियों ने उनके सामाजिक और राजनीति के क्षेत्र में उनके अवदान की प्रशंसा की। करीब 50 फिल्मों को अपने से गीतों यादगार बनाने वाले विट्ठलभाई को बुंदेलखंड के प्रति उनके योगदान के लिए भी याद किया गया।

IMG 20230913 WA0029

‘भैया’ की याद के इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले चीफ साइंटिस्ट (सीएसआईआर) नेशनल बॉटनिकल रिसर्च इंस्टिट्यूट, लखनऊ के डॉ टीएस राणा, वरिष्ठ हृदय शल्य चिकित्सक (एम्स) नई दिल्ली के डॉ अशोक कुमार जयंत, सागर के वरिष्ठ शिक्षाविद्, संगीताचार्य, कवि एवं शायर डॉ गजाधर सागर, फ़िल्म निर्माता-निर्देशक एवं राष्ट्रीय ख्याति के संगीत-शो आयोजक हेमंत कुमार महाले मुम्बई, दुर्लभ ग्रामोफोन रेकॉर्ड के संकलनकर्ता सुमन चौरसिया एवं प्रदेश के तीन वरिष्ठ पत्रकारों हेमंत पाल, कैलाश यादव और राजेश ज्वेल का सम्मान किया गया।

सम्मान समारोह के उपरांत संगीत निशा का आयोजन हुआ जिसके प्रमुख स्वर थे मुंबई के वैभव वशिष्ठ, इशिता विश्वकर्मा, तेजल विश्वकर्मा और इक़बाल ख़ान। संगीत संयोजन अभिजीत गौड़का था। सूत्र-संचालक संस्कृतिकर्मी संजय पटेल और डॉ सुमित्रा जोशी ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विट्ठलभाई पटेल के स्नेही और संगीतप्रेमी सम्मिलित हुए.

कार्यक्रम का शुभारंभ विट्ठलभाई के प्रसिद्ध गीत ‘ना मांगू सोना चांदी’ से हुआ। युवा गायिका इशिता जोशी ने सत्य शिवम सुन्दरम, लग जा गले से फिर ये हँसी रात हो न हो का सुरीला आग़ाज़ किया। वैभव वशिष्ठ देश में महेन्द्र कपूर के पर्याय माने जाते हैं। वे पूरे कार्यक्रम के आकर्षण का केन्द्र बने रहे। ना मुँह छुपा के जियो, तुम अगर साथ देने का वादा करो और है प्रीत जहाँ की रीत सदा जैसे गीत गाकर श्रोताओं को गुज़रे ज़माने के सुरीलेपन की याद दिला दी। कार्यक्रम में तेजल विश्वकर्मा और इक़बाल ख़ान ने भी सुमधुर प्रस्तुति दी।