

बेहतर दिल्ली के लिए हो गया मतदान…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सही ही कहा है कि आज का वोट काम के लिए,आज का वोट अच्छाई के लिए और आज का वोट एक बेहतर दिल्ली के लिए। दिल्ली के मतदाताओं ने मुख्यमंत्री की बात का अक्षरश: पालन किया है। फैसला 8 फरवरी को सामने आ जाएगा। तब तक एग्जिट पोल्स राजनैतिक दलों का मन बहलाते रहेंगे। डबल इंजन की सरकार बनेगी, तो एग्जिट पोल्स की किस्मत चमक जाएगी। आप की सरकार बनी, तब भी आप को जिताने वाले एग्जिट पोल्स का दबदबा कायम होगा। और परिणाम जो भी हो, पर फैसला आने तक तो ‘आप’ के हौसले बुलंद हैं। आप ने ट्वीट कर कहा ही है कि ‘हमने यह दिल्ली का चौथा चुनाव लड़ा है। 2013 और 2015 के एग्जिट पोल ने हमें हराया था। 2020 में भी हमारी सीट कम दिखाई गई थी और 2025 के एग्जिट पोल में भी हमारी सीट कम दिखाई जा रही हैं। एक बड़े बहुमत से आप की सरकार बनने वाली है और ये सभी एग्जिट पोल गलत साबित होंगे।’ यही कहा जा सकता है कि ‘आप’ भी अभी शांत रहिए क्योंकि दो दिन बाद पता चलना ही है कि कौन सही है और कौन गलत है। बेहतर दिल्ली के लिए मतदान हो गया है तो परिणाम सब कुछ सामने लाकर ही रहेगा। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी या आम आदमी पार्टी की, यह सवाल अब बस दो दिन का ही है।
लोकसभा चुनाव में इंडी गठबंधन के तौर पर ताकत झोंकने वाले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दिल्ली विधानसभा में अलग-अलग लड़े। हालांकि, इसके बाद भी एग्जिट पोल में दोनों पार्टियां मिलकर बहुमत से दूर नजर आ रही हैं। वहीं, अधिकांश एग्जिट पोल्स दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के सरकार बनाने का अनुमान जता रहे हैं। 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में बहुमत के लिए 36 सीटें चाहिए। चाणक्य स्ट्रेटेजी ने कमल की स्ट्रेटेजी को सही बताया है तो आप की स्ट्रेटेजी पर झाड़ू लगा दी है। जेवीसी, पी मार्क, पीपुल्स इनसाइट, डीवी रिसर्च डबल इंजन की सरकार बना रहे हैं, वहीं मैट्रीज ने टक्कर के चक्कर की बात कही है। खैर किसने क्या कहा, यह बात बस दो दिन तक मायने रखती है और तीसरे दिन सब सामने आने वाला है। तो कांग्रेस ने समझदारी भरा ट्वीट किया है कि ‘दिल्ली के मतदाता परिपक्व और समझदार हैं, वे ऐसा मतदान करेंगे, जिससे उनकी समस्याएं खत्म हो जाएं। मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी।’ तो दिल्ली के मतदाता कांग्रेस की नजर में समझदार बने रहेंगे या नहीं, यह दो दिन बाद पता चल जाएगा। हरियाणा के एग्जिट पोल में कांग्रेस की जीत का अनुमान था लेकिन सरकार बीजेपी की बनी थी, वहीं झारखंड के एग्ज़िट पोल में बीजेपी की जीत का अनुमान था जबकि सरकार सत्तारुढ़ जेएमएम के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने बनाई थी। तो दिल्ली में गठबंधन चल नहीं पाया, पर मतदाता किसको सत्ता से बांध चुका है यह बात सामने आने में बस दो दिन का वक्त बाकी है।
सट्टा बाजार की तरह कोई भी कभी भी यू-टर्न ले सकता है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर फलौदी सट्टा बाजार ने यूटर्न लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के लिए सीटों की संख्या बढ़ा दी है। पहले बताया गया था कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में जीत की हैट्रिक लगा सकती है, लेकिन अब उसने आंकड़े बदल दिए हैं. फलौदी सट्टा बाजार का अनुमान है कि 27 साल बाद दिल्ली की कमान भाजपा के हाथों में आ सकती है। तो भाजपा का राम से करीब दोगुना हो चुका वनवास खत्म होता है या आप का राजयोग जारी रहता है…यह जल्दी ही पता चल जाएगा…क्योंकि दिल्ली बेहतर दिल्ली के लिए मतदान कर चुकी है.
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