

Warning to Pakistan : भारत की चेतावनी, भारत पर कोई आतंकी हमला हुआ तो उसे युद्ध माना जाएगा!
New Delhi : भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया कि अब अगर भारत के खिलाफ कोई भी आतंकी हमला हुआ तो उसे युद्ध माना जाएगा और उसी प्रकार जवाब भी दिया जाएगा। सरकार के फैसले ने साफ कर दिया कि भारत को अब पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे आतंकी हमले बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होंगे। यदि पाकिस्तान अब भी आतंकी हमलों से बाज नहीं आता है तो फिर भारत उसे युद्ध मानते हुए, उसी हिसाब से निपटेगा।
22 अप्रैल को पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा आतंकी संगठन ‘टीआरएफ’ ने पहलगाम में आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। आतंकियों ने भारतीय पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर गोली मारी थी, जिससे देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ काफी गुस्सा था।
भारत ने पाकिस्तान के आतंकी हमले का जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया। पाक और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया था। इसमें जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर के परिवार के दस सदस्य भी मारे गए। इसके अलावा, कई अन्य बड़े आतंकियों को भी मार गिराया गया। भारत की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने गुरुवार की रात जम्मू समेत कई शहरों में 400 तुर्की ड्रोन से हमला बोल दिया था। हालांकि, भारत को इससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ और एयर डिफेंस सिस्टम ने आसमान में ही इन हमलों को नाकाम कर दिया।
पाकिस्तान के ड्रोन हमले
शुक्रवार की रात को फिर से पाकिस्तान ने भारत के 26 शहरों पर ड्रोन अटैक किया। इसे भी नाकाम कर दिया गया। पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। भारत ने भी बीती रात पाकिस्तान के छह एयरबेस को निशाना बनाते उन पर जवाबी कार्रवाई की है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने सेना और विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में कहा कि रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियां में पाकिस्तानी सैन्य अड्डों पर भारतीय लड़ाकू विमानों से हवा से वार करने वाले सटीक हथियारों के जरिए हमला किया गया और यह जवाबी कार्रवाई मुख्य रूप से कमान एवं नियंत्रण केंद्रों, रडार स्थलों और हथियार भंडारण क्षेत्रों पर केंद्रित रही। उन्होंने कहा कि पसरूर और सियालकोट हवाई अड्डे के रडार स्थलों को भी हथियारों से निशाना बनाया गया। इस दौरान, भारत ने सुनिश्चित किया कि इन जवाबी कार्रवाइयों के दौरान न्यूनतम अवांछित क्षति हो।