देखिये वीडिओ : ताश खेलने का अनुरोध और कृष्ण का ताश के पत्तों से शृंगार
सावन यूँ तो भगवान् भोले नाथ की आराधना का समय है लेकिन इस बार पुरषोत्तम मास अर्थात अधिक मास भी शामिल है तो यह नारायण की उपासना का भी समय है .पुराणों का कहना है कि पुरुषोत्तम मास में हर दिन 33 चीजें दान करके भगवान विष्णु के 33 नाम बोलने चाहिए। इससे लक्ष्मी, पुत्र, पौत्र, सुख और समृद्धि बढ़ती है। इस पवित्र महीने में व्रत, उपवास, पूजा और दान जैसे शुभ काम करने से परिवार सहित सभी पर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा होती है।सोशल मीडिया पर कई तरह के भक्ति और आराधना के वीडिओ प्रतिदिन अप लोड किये जाते है ,इस बार एक वीडिओ भजन के साथ भगवान् कृष्ण के ताश के पत्तों से शृंगार किया हुआ अपलोड किया गया है ,जिसमे ताश के बावन पत्तों की दर्शन शास्त्रोक्त आध्यात्मिक महत्ता बताते हुए सांवरिया सेठ अर्थात भगवान् कृष्ण से विनती की गयी है की ताश खेलो सांवरिया .बहुत सुन्दर व्याख्या है ताश की आप भी सुनिए .वाट्स अप पर वायरल यह भक्ति गीत –
ताश मिल खेलो सांवरिया
जय श्री राधे वल्ल्भ श्याम,
ताश मिल खेलो साँवरिया…..
जिसमे बादशाह बनवारी,
जिसमे बेगम राधा प्यारी,
जिसमे दूलो है गिरधारी,
ताश खेलो सांवरिया……
जिसमे दस्सी दसो दिशाए,
जिसमे नोकी नवदुर्गा है,
जिसमे अट्ठी अष्टकमल है,
ताश खेलो सांवरिया,…
जिसमे सत्ती सप्तऋषि है,
जिसमे छग्गी छह ऋतुएँ है,
जिसमे पंची पञ्चतत्व है,
ताश खेलो सांवरिया….
जिसमे चौकी चार वेद है,
जिसमे तिग्गी तीन लोक है,
जिसमे दुग्गी चाँद सूरज है,
ताश खेलो सांवरिया,……
जिसमे इक्का इक संसार,
कर लो नारायण से प्यार,
यही है इस दुनिया का सार,
ताश मिल खेलो सांवरिया,
जय श्री राधे वल्ल्भ श्याम,
ताश मिल खेलो साँवरिया।।
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